तो उस दिन जैसे ही न्यूज़ चैनल वाले उस दिव्य दरबार में पहुंचे तो महाराज धीरेंद्र कृष्णा ने सबको आव्हान देते हुवे… यह कहां कि जितने भी यहां पर न्यूज़ चैनल वाले आए हैं जिनका भी चाचा का नाम भृगुनाथ तिवारी है वह आकर मेरे इस दिव्य दरबार के मेरे सामने आकर बैठ जाए तो महाराज ने जो चाचा का नाम लिया था वह न्यूज़ एबीपी न्यूज़ के ही एक पत्रकार था वह आकर उनके ही चाचा जो नाम लिया वह जो कृष्ण महाराज ने नाम लिया था वो बिलकुल सही था
जब वह एबीपी न्यूज़ का पत्रकार बाबा के सामने आकर बैठ गया तो फिर कृष्ण महाराज ने फिर उनके बारे में जानकारी देते हुए कहा कि उनके भाई रगेन्द्र तिवारी का अभी जो नया मकान बना है उसकी भी बात की वह भी सच निकली उसके बाद उसी चाचा के भाभी का भी नाम बताया वह भी सही आया उसके बाद कुछ पत्रकार की गुप्त बातें एक कागज में लिखी वह भी उस पत्रकार को दिखाई तो वह भी सच निकली और जाते-जाते उस पत्रकार ने बाबा की जय घोषणा की कि वह बाबा की दिव्य शक्ति को मानने लगे हैं बाबा के दिव्य शक्ति को भी मानते हैं,इस घटना से हमें यह पता चलता है कि महाराज ने दी चुनौती न्यूज़ वालों को दी थी उसको सही ठहराया।
भारत और अन्य विश्व के देश में भारत के बाबा के बारे में क्या सोचते हैं
बागेश्वर धाम बालाजी का यह विवाद पूरे भारत सहित अन्य विश्वा देशों में भी अब न्यूज़ फेल गया है तो इसके बारे में सोशल साइट से मिली जानकारियां यह कहते हैं कि बाबा जो भी बात अपने दिव्य दरबार में करते हैं वह अपनी ही एक टीम से फेसबुक या अन्य सोशल साइट से पहले ही जानकारी निकाल देते है फिर उनकी वह जानकारी को इकट्ठा कर लेते हैं और जानकारी लेने के बाद वही आदमी को बुलाते हैं उनकी जानकारी वह कह देते कि इनका यह नाम है उनका यह नाम है ऐसे आजकल मीडिया द्वारा जो उच्च शिक्षित लोग हैं वह बाबा के बारे में सोचते हैं
चलो एक बार हम मान भी लेते हैं कि बाबा फेसबुक के द्वारा या अन्य सोशल साइट्स के द्वारे किसी आदमी की पहले इंफॉर्मेशन रखते हैं लेकिन आप मान लीजिए 1 लाख लोगों में से अगर भी कि 100 लोगों की भी अगर इतनी डिटेल्स में इंक्वायरी रखना हो तो भी एक इंसान के लिए आसान काम नहीं है इसलिए हमे ये मानना पड़ेगा की बाबा एक बहुत ही बुद्धिमान इंसान हैं।
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भारत में अब दो पक्ष है बाबा के समर्थक और बाबा के असमर्थक
बागेश्वर धाम का यह विवाद पूरे भारतवर्ष सहित अन्य देशों में भी फैल गए ऐसे में बाबा को मानने वाले और ना मानने वाले ऐसे दो पक्ष बन चुके हैं
बागेश्वर धाम सरकार के समर्थक की राय
तो पहले तो जान लेते हैं कि बाबा को मानने वाला पक्ष उनके बारे में क्या कहता है तो भारत में पहले से ही शुरु से हजार साल से बाबा और दिव्य पुरुषों का इस धरती पर जन्म हुआ है और उनके पास दिव्य शक्तियां होती है ऐसे भारत के कई सारे ऐसे लोग हैं जिन्हें इसका अनुभव भी किया है और आज भी उनको वैसे तो देखा जाए तो भारत के जो दिव्य पुरुष होते हैं उनके पास यह शक्तियां होती है उनके बारे में लाखों ऐसी खबर है लेकिन आप को समझने के लिए दो घटना बताना चाहता हूं जिससे आप को समझने में विश्वास जरूर बढ़ेगा की दिव्य शक्तियां व दिव्य पुरुष भारत में होते हैं
फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग जब अपने शुरू के दिन में फेसबुक को लेकर बहुत परेशान थे तब वह उत्तराखंड के नैनीताल के पास कैंची धाम में बाबा नीम करौली पास आए और अपनी समस्या बताई तो बाबा ने कुछ ऐसे मुद्दे उनके सामने रखे फेसबुक को लेकर फिर जब फेसबुक पर सीईओ ने ये अमल किया तो फेसबुक पूरी दुनिया में लोकप्रिय हो गया।
अब दूसरी घटना का जिक्र करना चाहूंगा कि iphone फोन आजकल पूरे विश्व में प्रसिद्ध है उनकी कीमत और क्वॉलिटी की सब प्रशंसा करते हैं ऐसे में एप्पल को बनाने वाले स्टीव जॉब्स उत्तराखंड के नैनीताल के पास कैंची धाम में बाबा नीम करौली आए थे और अपनी समस्या बताई थी समस्या को लेकर और कंपनी के logo है उसकी पहचान भी बाबा नीम करौली ने बताया थी तो यह दो घटना से आपको पता लग सकता है कि हमारी जो दुनिया में दिव्य कोई शक्तियां हैं जिनका अंदाजा हम नहीं लगा सकते
जीवन में अगर आपको बेहतर दर्जा अगर प्राप्त करना ही विश्व में सबसे बड़ा काम करना है तो आपको दिव्य शक्ति आपको मदद कर सकती है आप क्रिकेट के महान फलंदाज सचिन तेंदुलकर की बात करें वह अपने दौरे के समय में उनको विश्राम मिलता था तो वह मंदिर में जाकर पार प्रभु के पास प्रार्थना जरूर करते थे आपने कई बार सचिन तेंदुलकर को मंदिर में जाता हुआ देखा होगा जब भी उनको समय मिलता था वह ईश्वर चरणों में जरूर जाते थे।
बागेश्वर धाम सरकार के असमर्थक राय
अब जानकारी लेते हैं कि बाबा को ना मानने वाले लोग बाबा के बारे में क्या कहते है
बाबा की एक बड़ी टीम है जो सोशल साइट पर काम करती है मतलब जो लोग सोशल साइट पर एक्टिव है फेसबुक इंस्टाग्राम और कहीं भी ऐसे जहां पर बाबा की टीम है वह पूरी तरह से इंफॉर्मेशन निकालती है और बाबा के पास रख देती है उसके बाद मिलने के बाद बाबा उसी में से आदमी को चुनते हैं और बाबा उनके यह बारे में यह बात बता देते हैं
बाबा के बारे में लोग यह भी कहते हैं कि बाबा माइंड रीडिंग करते हैं मतलब माइंड रीडिंग एक ट्रिक है जिससे आप भी किसी की मन की बात जान सकते हैं तो एक ट्रिक को बाबा सीख चुके हैं वहीं माइंड रीडिंग करते हैं ऐसे भारत में और विश्व में बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो माइंड रीडिंग करते हैं
हमने दोनों पक्ष की बात सुनी बाबा को मानने वाले और बाबा को ना मानने वाले लेकिन समझने वाले को इशारा काफी होता है उस अनुमान से हम लगाएं तो बाबा आज कल अगर हम उनके पास दिव्य शक्ति या ना भी हो लेकिन वह एक विश्व के बुद्धिमान इंसान हम उसे कह सकते हैं क्योंकि 2 लाख लोगों की में से किसी 100 लोगों क्या डाटा हर रोज सही कहना यह भी एक बुद्धिमान की निशानी है
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज का परिचय
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज का जन्म 4 जुलाई 1996 को मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के गढ़ा गाव में हुवा है इनका पूरा नाम श्री धीरेंद्र कृष्ण राम गर्ग है इनके पिता का नाम श्री राम करपाल गर्ग है और माता का नाम श्रीमती सरोज गर्ग,दादा जी का नाम श्री भगवान दास गर्ग है साथ मे दो भाई और एक बहन भी है ये धर्म से हिन्दू-पंडित है इनका बचपन अधिक गरीबी से गुजारा है पर धीरेन्द्र कृष्ण महाराज ने अपने परिवार का पालनपोषण का काम आयु 9 साल से ही शुरू कर चुके थे वो राम कथा का आयोजन रख कर वो अपने परिवार को चलते थे फिर 9 साल से ही अपने दादाजी के सह्यता से हनुमान महाराज की पुजा किया करते थे फिर वो समय में दादा जी दिव्य दरबार का आयोजन किया करते थे लेकिन अब धीरेन्द्र कृष्ण महाराज ही दिव्य दरबार को आयोजन करने लगे और तब अब तक बालाजी धाम इतना मशहूर बन चुका है की यहा पर हर मंगलवार और शनिवार को लाखो भक्त इस दरबार में शामिल होते है
क्या है बागेश्वर धाम बाबा दिव्य दरबार