जल्दी से निपटा लें अपना यह काम! वरना 1 जनवरी से नहीं कर पाएंगे ऑनलाइन पेमेंट…
नेशनल पेमेंट कारपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण निर्देश जारी किया है, जिसमें बताया गया है कि यदि आप एक साल या उससे अधिक समय से यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) आईडी का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं, तो आपकी आईडी 31 दिसंबर से ब्लॉक कर दी जाएगी। इससे मतलब है कि जो यूपीआई आईडी 1 जनवरी 2024 से पहले किसी भी लेन-देन में शामिल नहीं होगी, वह ब्लॉक कर दी जाएगी।
इस नए निर्देश का मुख्य उद्देश्य यह है कि अगर कोई यूजर एक साल तक यूपीआई से किसी भी ऑनलाइन लेन-देन का उपयोग नहीं कर रहा है, तो इस तरह की नींवों को स्वचालित रूप से ब्लॉक किया जा सकता है। यह नया कदम सुरक्षा उन्नति और ऑनलाइन वित्तीय सुरक्षा को मजबूती प्रदान करने का हिस्सा है।
अगर आपको लगता है कि आपकी यूपीआई आईडी ब्लॉक हो सकती है, तो आपको इसे एक बार तो अवश्य इस्तेमाल करना चाहिए, ताकि वह ब्लॉक न हो। यदि आप इसे ब्लॉक होने से बचाना चाहते हैं, तो 31 दिसंबर से पहले इसका उपयोग करें और यूपीआई से संबंधित किसी भी समस्या को अवलोकन करें।
यह नया निर्देश आपके वित्तीय सुरक्षा को बनाए रखने का एक कदम है और यह सुनिश्चित करने का प्रयास करता है कि सभी यूजर्स अपनी ऑनलाइन वित्तीय गतिविधियों को सुरक्षित रूप से संचालित करें।
यूपीआई आईडी ब्लॉक: ऑनलाइन वित्तीय प्लेटफॉर्मों पर कैसा होगा इसका असर?
नेशनल पेमेंट कारपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के नए निर्देशों के अनुसार, जिन यूपीआई आईडीज का इस्तेमाल एक साल या उससे अधिक समय तक नहीं किया जाता, वह 31 दिसंबर से ब्लॉक किए जाएंगे। इसका सीधा प्रभाव ऑनलाइन वित्तीय प्लेटफॉर्मों पर होगा, जैसे कि गूगल पे, फोनपे, और पेटीएम।
इस नए कदम से उपयोगकर्ताओं को अपनी यूपीआई आईडी को सक्रिय रखने के लिए सतर्क रहना होगा, क्योंकि ब्लॉक होने के बाद उन्हें ऑनलाइन लेन-देन में कठिनाई हो सकती है। यह नया निर्देश सुरक्षा को मजबूती प्रदान करने के लिए किया गया है ताकि वित्तीय संदेशों को हानि नहीं पहुंचे।
इसका असर विभिन्न डिजिटल वित्तीय सेवाओं पर होगा, खासकर जब लोग अपनी यूपीआई आईडी का उपयोग विभिन्न एप्लिकेशन्स से करते हैं। उपयोगकर्ताओं को सुनिश्चित करना चाहिए कि वे अपनी आईडी को सक्रिय रखते हैं और नए निर्देशों के अनुसार सक्रियता बनाए रखने के लिए समय-समय पर ऑनलाइन लेन-देन करते रहें।
आईडी ब्लॉक से बचने के लिए सरल उपाय: अपनी आईडी को एक्टिवेट करें
नेशनल पेमेंट कारपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के नए निर्देशों के मुताबिक, अगर आप नहीं चाहते कि आपकी पुरानी इनएक्टिव आईडी 31 दिसंबर से बंद हो जाए, तो यहां कुछ सरल उपाय हैं जो आपको आईडी ब्लॉक से बचाने में मदद कर सकते हैं।
1. यूपीआई आईडी से पेमेंट करें:
आपको अपनी पुरानी आईडी को सक्रिय रखने के लिए आसान तरीका है कि आप इससे किसी भी डिजिटल लेन-देन को करें। यह आपकी आईडी को सक्रिय रखने में मदद करेगा।
2. आईडी का नियमित इस्तेमाल करें:
आपको अपनी यूपीआई आईडी को नियमित अंतरालों पर इस्तेमाल करना चाहिए। इससे नियमित लेन-देन से आपकी आईडी ब्लॉक होने से बच सकती है।
3. अपना मोबाइल नंबर अपडेट करें:
सुनिश्चित करें कि आपका मोबाइल नंबर अपडेट है और यह यूपीआई आईडी से सही रूप से लिंक है।
4. ऑनलाइन बैंकिंग एप्लिकेशन का उपयोग करें:
आप अपने ऑनलाइन बैंकिंग एप्लिकेशन के माध्यम से भी आईडी को एक्टिवेट कर सकते हैं।
इन सरल उपायों का अनुसरण करके आप अपनी इनएक्टिव आईडी को सक्रिय रख सकते हैं और इससे ब्लॉक होने से बच सकते हैं।
पुरानी यूपीआई आईडी क्यों बंद हो रही है: एक सुरक्षा पहल
नेशनल पेमेंट कारपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की रिपोर्ट के अनुसार, पुरानी यूपीआई आईडी को बंद करने का प्रमुख कारण है सुरक्षा और फ्रॉड से बचाव। ग्राहकों को अनुमति है कि वे नए मोबाइल पर नई यूपीआई आईडी के साथ मोबाइल नंबर को लिंक करें। यह उन्हें नवीनतम सुरक्षा मानकों और तकनीकी उन्नति का लाभ देगा।
टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) की तरफ से जारी गाइडलाइन के अनुसार, यह एक सुरक्षा कदम है जिसका उद्देश्य ग्राहकों को ऑनलाइन फ्रॉड से बचाना है। यूपीआई आईडी को डिएक्टिव करने से विशेष रूप से वे आईडीज ब्लॉक हो रही हैं जिनका दीर्घकालिक इस्तेमाल नहीं हो रहा है। इससे उन्हें फ्रॉड करने की संभावना कम हो जाती है और उनकी वित्तीय सुरक्षा मजबूत होती है।
एनपीसीआई के निर्देश के परिणामस्वरूप, सभी बैंक और थर्ड पार्टी ऐप्स ने यूपीआई आईडी को डिएक्टिव करना शुरू कर दिया है ताकि ग्राहकों को सुरक्षित और विश्वसनीय वित्तीय सेवाएं प्रदान की जा सकें। इस सुरक्षा पहल के माध्यम से आप भी अपनी आईडी की सुरक्षा को बढ़ा सकते हैं और ऑनलाइन फ्रॉड से बच सकते हैं।
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