शुरु कर रहे हैं म्युचुअल फंड में इनवेस्टमेंट, कौन सा विकल्प होगा बेस्ट

म्युचुअल फंड में पैसे निवेश करना आजकल एक बहुत सामान्य और लाभकारी तरीका बन गया है। हालांकि, सही म्युचुअल फंड का चयन करने के लिए सही जानकारी होना अत्यंत महत्वपूर्ण है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, म्युचुअल फंड में निवेश करते समय विभिन्न ऑप्शन्स का विचार करना महत्वपूर्ण है। आप मल्टी एसेट फंड एलोकेशन के तहत गोल्ड, इक्विटी, और कमोडिटीज में पैसे इनवेस्ट कर सकते हैं, या फिर बैलेंस्ड एडवांटेज फंड और डायवर्सीफाइड इक्विटी फंड का चयन कर सकते हैं।
म्युचुअल फंड में पैसे लगाने से पहले, आपको अपने लक्ष्यों और वित्तीय स्थिति को मध्यस्थ करके एक स्वयंसिद्ध योजना बनाना चाहिए। टीवी, मोबाइल, और अन्य स्रोतों से मिल रही जानकारी से भले ही आपको म्युचुअल फंड के बारे में आगाही हो, लेकिन खुद के लिए सही फंड का चयन करने के लिए व्यक्तिगत अनुसंधान आवश्यक है। म्युचुअल फंड निवेश में सफलता प्राप्त करने के लिए सही दिशा में कदम रखना महत्वपूर्ण है ताकि आप अच्छे रिटर्न्स प्राप्त कर सकें और अपने वित्तीय लक्ष्यों की पूर्ति कर सकें।
आगे बढ़ने का सही कदम: एक्सपर्ट्स की सलाह में म्युचुअल फंड निवेश
एक्सपर्ट्स की सलाह के मुताबिक, जो लोग म्युचुअल फंड में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, उन्हें इसमें विभिन्न ऑप्शन्स को ध्यान से देखना चाहिए। एक्सपर्ट्स के अनुसार, इनवेस्टमेंट के कुछ हिस्से को इक्विटी मार्केट में लगाने वाले फंड का चयन करना उनको बेहतर रिटर्न्स और सही ग्रोथ के साथ समर्थन कर सकता है।
फाइनेंशियल कंडीशन ठीक होने पर, पैसों को शेयर में निवेश करना भी एक विकल्प हो सकता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि आज के मार्केट में ग्रो करने के लिए, इक्विटी में पैसे लगाना आवश्यक है। बिना इक्विटी के, बेहतर रिटर्न की 8 प्रतिशत तक की संभावना होती है, जो इंफ्लेशन को पीछे छोड़ने में कमजोर हो सकती है। इसलिए, इक्विटी में पैसे इनवेस्ट करना आपकी पूंजी को बेहतर रिटर्न और स्थिरता प्रदान कर सकता है, और एक अच्छे फंड की बनावट में मदद कर सकता है।
इक्विटी में इनवेस्ट करना: वास्तविक मंहगाई से लड़ाई का सर्वोत्तम उपाय
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के डिप्टी मैनजिंग डायरेक्टर और जॉइंट सीईओ ने दिया है एक महत्वपूर्ण सुझाव – रीयल यानी वास्तविक मंहगाई हमेशा रिटेल मंहगाई से ज्यादा होती है। इसका मतलब है कि आपका फंड आपको मंहगाई के साथ स्थिर और वृद्धिशील रिटर्न प्रदान करने में सक्षम होना चाहिए। यह उनकी सलाह है कि यदि आपका इनवेस्टमेंट सालाना 8 प्रतिशत तक का रिटर्न प्रदान कर रहा है, तो भी फंड मंहगाई को मात देने में सफल नहीं हो पा रहा है।
इस समय, इक्विटी मार्केट में एक साथ लंपसम इनवेस्ट करने की सलाह नहीं दी जा रही है, लेकिन इक्विटी में पैसे इनवेस्ट करना अब भी सबसे बेस्ट ऑप्शन माना जा रहा है। इससे निवेशकों को वृद्धि की संभावना होती है जो वित्तीय स्थिति को स्थिर रखते हुए और मंहगाई के साथ लड़कर सामंजस्यपूर्ण रिटर्न्स प्रदान कर सकती हैं।
म्युचुअल फंड: छोटे निवेश से बड़ा रिटर्न
म्युचुअल फंड एक बेहतरीन तरीका है पैसे इनवेस्ट करने का, विशेषकर जब बात आती है सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) की। बाजार नियामक सेबी भी इस प्रकार के निवेश को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित है और इसे बढ़ाने के लिए 250 रुपए के सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान को विचार कर रही है।
समझाएं तो, म्युचुअल फंड में पैसे इनवेस्ट करने वालों की संख्या इस समय लगभग 5 करोड़ के आसपास है और यह संख्या आगे बढ़ने की संकेत दे रही है। अनुमान है कि आने वाले 3 सालों में यह संख्या 10 करोड़ रुपए तक पहुंच सकती है। म्युचुअल फंड के माध्यम से निवेशक छोटे निवेश से शुरुआत कर सकते हैं और समय के साथ बड़ा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
Disclaimer: A1Factor.Com पोस्ट के माध्यम से लोगों में फाइनेंशियल एजुकेशन प्रोवाइड कराता है। म्यूचुअल फंड और शेयर मार्केट निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। हम सब SEBI से पंजीकृत वित्तीय सलाहकार नहीं हैं। आप अपने पैसे को निवेश करने के लिए स्वतंत्र है। कृपया अपनी समझदारी और सूझ बूझ के साथ ही निवेश करें। निवेश करने से पहले पंजीकृत एक्सपर्ट्स की राय जरूर लें।