शेयर बाजार में वॉल्यूम क्या होता है?
शेयर मार्केट में ज्यादातर जो नए लोग होते हैं उनको ऐसी बहुत बातें होती है उन्हें पता नहीं होता है जैसे Share Market Me Volume Kya Hota Hai यही भी काफी नए निवेशकों का सवाल होता है
तो आज के इस आर्टिकल में मैं आपको बताऊंगा शेयर बाजार में वॉल्यूम क्या होता है? क्योंकि यह सभी जानकारी आपके पास होना जरूरी होता है इसका इस्तेमाल आप टेक्निकल एनालिसिस करने में कर सकते हैं
Share Market Me Volume Kya Hota Hai
शेयर मार्केट में वॉल्यूम का मतलब दिए गए कुल शेयर के व्यापार से होता है है कि किसी विशेष दिन कितने शेयर को खरीदा गया है और कितने शेयर को बेचा गया उन शेयर की कुल मात्रा को एक साथ हम वॉल्यूम बोल सकते हैं
वॉल्यूम का मतलब उसे दिन खरीदे गए कल शेयर से कितनी मात्रा में ट्रेड की गई है यानी कि कुल ख़रीदे गए और बेचे गए शेयर
जैसी मानो कुल 10 शेयर को खरीदा गया और फिर उन्हें बेचा गया इसी प्रकार आप फिर से जब इन शेयर को खरीदने हैं और भेज देते हैं तो आपने जो कल ट्रांजैक्शन चार बार किया है तो कल वॉल्यूम को भी 40 माना जाएगा
इस प्रकार किसी विशेष दिन में किए गए अधिक से अधिक ट्रेड की संख्या को हम उसे वॉल्यूम कहते हैं
समझे वॉल्यूम टाइम फ्रेम क्या होता है
शेयर मार्केट में जब आप किसी कंपनी के शेयर की वॉल्यूम प्राइस क्यों निकालते हैं तो इसके लिए आपको एक निश्चित टाइम फ्रेम की आवश्यकता होती तभी आप पता कर सकते हैं कि इस समय में उस कंपनी के शेयर की जो वॉल्यूम थी वह क्या है
फिर चाहे आप टाइम फ्रेम को अपने हिसाब से सेलेक्ट कर सकते हैं आप एक दिन, 2 घंटे या 10 दिन कुछ भी आप इसमें सेलेक्ट कर सकते हैं यह आपके ऊपर निर्भर करता है
क्योंकि एक निश्चित टाइम फ्रेम आपको पता होगा तो आप सही सटीक जानकारी मिल जाती है कि उसे समय कितनी वॉल्यूम रही थी उसे कंपनी के शेयर की और आगे क्या रहने वाली है
वॉल्यूम को कहां पर देखा जाता है
आप स्टॉक एक्सचेंज की वेबसाइट यानी कि BSE या फिर NSE पर जाकर चेक कर सकते हैं वहां पर आपको दिख जाएगी की ट्रेड वॉल्यूम क्या चल रही है इसके अलावा उसे पार्टिकुलर कंपनी के शेयर की चार्ट को भी आप देखकर उसके नीचे वॉल्यूम का पता कर सकते हैं
जब आप किसी कंपनी की शेयर की चार्ट को ओपन करते हैं तो वहां पर नीचे की तरफ आपको वॉल्यूम दिखाई देती है कि अभी कितने समय में वॉल्यूम पर जो बाय और सेल का ऑप्शन ट्रेड कर रहा है
इसे आप ट्रेंडिंग वॉल्यूम भी बोल सकते हैं
शेयर की वॉल्यूम कैसे देखें
आप जिस भी कंपनी के शेयर की वॉल्यूम देखना चाहते हैं तो इसके लिए आपको जिस भी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म या आप जो डिमैट अकाउंट से ट्रेडिंग कर रहे हैं उसमें उस कंपनी के शेयर के चार्ट को ओपन कर लेना है
तो आपको अपनी ट्रेडिंग एप के अंदर जब आप उसे ओपन कर लेते हैं तो नीचे की तरफ आपको वॉल्यूम दिखाई देती है इसके अलावा आप इसे अपने मोबाइल या कंप्यूटर किसी में भी बड़ी आसानी से देख सकते हैं
इसके अलावा आप न्यूज़ की वेबसाइट या फिर NSE की वेबसाइट पर जाकर या कोई थर्ड पार्टी एप्लीकेशन पर भी जाकर देख सकते हैं जहां पर बस आपको उसे कंपनी के शेयर के चार्ट को ओपन कर लेना है
वॉल्यूम देखना क्यों जरूरी है ? इससे क्या पता चलता है
शेयर बाजार में किसी भी कंपनी के शेयर की वॉल्यूम का काफी ज्यादा असर पड़ता है जब हम ट्रेडिंग करते हैं तो या फिर स्टॉक को देखते हैं तो उसे की वॉल्यूम से ही हमें समझ में आता है की मार्केट में अभी क्या लिक्विडिटी है मतलब जिससे की मार्केट आप जाएगा या फिर डाउन
लिक्विडिटी से ही पता चलता है की मार्केट में क्या मोमेंट होने वाला है इसके लिए हमें पता होना चाहिए की कितनी वॉल्यूम में अभी ट्रेड हो रही है अगर ज्यादा वॉल्यूम में ट्रेड होती है तो मार्केट में जो मोमेंटम होता है वह बना हुआ रहता है लेकिन वही अचानक से जो वॉल्यूम कम हो जाती है तो उस मार्केट का मोमेंट अभी हल्का पड़ जाता है
और जिस कंपनी के शेयर में आपको ज्यादा वॉल्यूम या लिक्विड देखने को मिलती है तो उसको आप बड़ी आसानी से खरीद और बेच सकते हैं उसमें कोई भी दिक्कत नहीं होती है
ट्रेडिंग में वॉल्यूम काफी ज्यादा मदद करती है क्योंकि जिससे हमें मार्केट के ट्रेड का पता चल जाता है जिससे आप मार्केट की एक्टिविटी और लिक्विडिटी का बड़ी आसानी से पता कर सकते हैं
अगर किसी कंपनी के शेयर की Buy वॉल्यूम ज्यादा होती है तो उसकी जान अगर चांसेस होते हैं की मार्केट आप जा सकती है लेकिन वही सेलिंग वॉल्यूम ज्यादा होती है तो उस मार्केट में गिरावट के चांसेस देखने को मिल जाते हैं
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क्या NSE और BSE पर एक जैसा ही वॉल्यूम देखने को मिलता है
अलग-अलग स्टॉक एक्सचेंज पर आपको एक ही कंपनी के शेयर की वॉल्यूम अलग-अलग दिखाई देती है क्योंकि यही दोनों एक्सचेंज पर वह स्टॉक लिस्ट हुआ होता है तो जिसकी वजह से
आपको इसकी कीमतों में भी थोड़ा बहुत डिफरेंट देखने को मिलता है क्योंकि बहुत से लोग अलग-अलग एक्सचेंज का इस्तेमाल करते हैं इसकी वजह से उन दोनों पर वॉल्यूम भी अलग-अलग देखने को मिलेगी
NSE और BSE दोनों ही स्टॉक एक्सचेंज पर अगर कोई स्टॉक लिस्टेड है तो उनकी कीमत में आपको कुछ रुपए का डिफरेंस देखने को क्या पैसे का डिफरेंस देखने को मिल जाता है क्योंकि उनकी वॉल्यूम का अंतर होने की वजह से ऐसा होता है
निष्कर्ष
तो अब आप समझ गए होंगे कि Share Market Me Volume Kya Hota Hai इसको कैसे देखा जाता है इसका कैसे इस्तमाल किया जाता है और यहट्रेडिंग में कैसे हेल्प करता है तो आपको सभी के वारे में हमने जानकरी देने का प्रयाश किया है अगर आपको और भी कोई डाउट रह गया हो तो आप कमेंट जरूर कर देना है और आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे शेयर जरूर कर देना
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