33 Major health insurers now on national claims exchange
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स्वास्थ्य बीमा दावा- राष्ट्रीय स्वास्थ्य दावा एक्सचेंज (एनएचसीएक्स) न केवल अनुचित आधार पर स्वास्थ्य बीमा दावों को अस्वीकार करने जैसी अनियमितताओं को रोकेगा, बल्कि दावों के निपटान में भी तेजी लाएगा।
स्वास्थ्य बीमा दावा: बीमाधारक को तत्काल स्वास्थ्य बीमा क्लेम मुहैया कराने और क्लेम प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए बनाए गए डिजिटल प्लेटफॉर्म नेशनल हेल्थ क्लेम एक्सचेंज (एनएचसीएक्स) से कम से कम 33 कंपनियां जुड़ गई हैं। एनएचसीएक्स को सरकार ने बीमा क्लेम से जुड़ी सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए बनाया है। अभी तक यह काम कई अलग-अलग प्लेटफॉर्म के जरिए होता है। इससे न सिर्फ क्लेम के निपटान में तेजी आएगी, बल्कि भारतीय बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) को भी स्वास्थ्य बीमा क्लेम के निपटान की स्थिति के बारे में रियल टाइम जानकारी मिलती रहेगी।
इस प्लेटफॉर्म को नेशनल हेल्थ एजेंसी और IRDIA ने मिलकर बनाया है। फिलहाल कुछ कंपनियों ने ट्रायल बेसिस पर NHCX के जरिए क्लेम सेटल करना शुरू कर दिया है। HDFC Ergo ने NHCX के जरिए अपना पहला क्लेम सेटल किया है। सभी सुविधाओं वाला यह प्लेटफॉर्म जल्द ही आधिकारिक तौर पर लॉन्च होने वाला है। मोबाइल पर क्लेम स्टेटस दिखेगा
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि एनएचसीएक्स के लॉन्च होने के बाद बीमाधारक अपने मोबाइल फोन पर अपने बीमा दावे की स्थिति देख सकेगा। एनएचसीएक्स के इस्तेमाल से न सिर्फ बीमा दावों की प्रक्रिया में तेजी आएगी बल्कि इसमें पारदर्शिता भी आएगी। दावों को बेवजह रोककर रखने और खारिज करने की घटनाओं पर भी लगाम लगेगी।
डिस्चार्ज में कोई देरी नहीं होगी
वर्तमान में इलाज के लिए अस्पताल जाने वाले मरीज को इलाज करवाने के लिए अपनी बीमा पॉलिसी या थर्ड पार्टी एडमिनिस्ट्रेटर (टीपीए) या बीमा कंपनी द्वारा जारी कार्ड का विवरण दिखाना पड़ता है। इसके बाद अस्पताल संबंधित बीमा कंपनियों के क्लेम प्रोसेसिंग पोर्टल पर इलाज के लिए पूर्व स्वीकृति या दावा स्वीकृति प्राप्त करने के लिए आवश्यक दस्तावेज अपलोड करता है।
इसका निर्णय संबंधित टीम द्वारा लिया जाता है। कई बार इस प्रक्रिया में बहुत समय लग जाता है। नतीजतन या तो मरीज को अस्पताल से छुट्टी मिलने में देरी होती है या फिर मरीज को अपनी जेब से अधिक पैसे खर्च करने पड़ते हैं। एनएचएक्सएक्स के माध्यम से केंद्रीकृत प्रणाली बनने से ये सभी समस्याएं हल हो जाएंगी।