आज ही खोलें इस सरकारी स्कीम में खाता, आपकी बेटी को मिलेंगे 70 लाख रुपये
हर साल 24 जनवरी को भारत में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है, जिसकी शुरुआत सरकार ने साल 2008 में की थी। इस दिन का मकसद बेटियों या लड़कियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है और समाज में उनके साथ हो रही असमानताओं को दूर करना है।
आजकल, बच्चों की पढ़ाई और शादी में बहुत खर्चा होता है और इस महंगाई के दौर में बेटी के सुनहरे भविष्य की चिंगारी को बनाए रखने के लिए एक सुकन्या समृद्धि योजना का अच्छा सहारा हो सकता है। इस स्कीम में निवेश करके आप अपनी बेटी के लिए हायर एजुकेशन और शादी के लिए एक सुरक्षित भविष्य तैयार कर सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना में थोड़ा-थोड़ा निवेश करने से आप बेटी को सुरक्षित भविष्य के लिए आवश्यक फंड प्रदान कर सकते हैं और उसकी आत्मनिर्भरता को समर्थन कर सकते हैं। इस बालिका दिवस, सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में जागरूक हों और अपनी बेटी के भविष्य को सुरक्षित बनाएं।
सुकन्या समृद्धि योजना: बेटी के भविष्य का सुनहरा आरंभ
अब अभिभावक अपनी बेटी के भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए 10 साल की आयु में ही सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) में उसका खाता खोल सकते हैं। यह योजना सिर्फ 2 बेटियों के लिए ही खाता खोलने की अनुमति देती है, जबकि जुड़वा या तीन बच्चों के मामलों में 2 से अधिक खाते खोले जा सकते हैं। इस योजना में खाता खोलने का अधिकतम समय 15 साल है और इस दौरान निवेशक योगदान दे सकता है। निवेशकों को योजना में 15 साल तक योगदान देने का अधिकार होता है और इसके बाद 6 साल का लॉक-इन पीरियड होता है। इस दौरान निवेश की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन ब्याज मिलता रहता है।
योजना में निवेश करने से परिवारों को बेटियों के लिए एक सुरक्षित और स्थिर भविष्य तैयार करने में मदद मिलती है। बेटी की 18 साल की आयु में मैच्योरिटी की रकम का 50% निकाला जा सकता है, जो उसके उच्च शिक्षा और शादी के लिए उपयुक्त हो सकता है। शेष राशि बेटी की 21 साल की उम्र में निकाली जा सकती है, जिससे वह अपने जीवन की दौड़ में मजबूती का अहसास कर सकती है।
कैसे बनेगा 70 लाख का सुकन्या समृद्धि योजना का फंड?
आधुनिक युग में बच्चों के भविष्य की चिंगारी को सुरक्षित बनाने का एक सुझाव है सुकन्या समृद्धि योजना, जिसमें वर्ष 2024 में खाता खोलकर आप अपनी बेटी के लिए एक समर्थनपूर्ण फंड बना सकते हैं। इस योजना में मिल रहे 8.2% सालाना चक्रवृद्धि ब्याज दर के साथ, आप हर वित्त वर्ष में न्यूनतम 250 रुपये और अधिकतम 1,50,000 रुपये जमा कर सकते हैं। आप इस निवेश को मासिक या वार्षिक किश्तों में जमा कर सकते हैं, आगे की योजना के अनुसार।
मान लीजिए, आपने साल 2024 में बेटी के 1 साल के होने पर सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खोला और हर वित्त वर्ष 1,50,000 रुपये जमा किए। इसका मतलब है कि आपने योजना में कुल 22,50,000 रुपये निवेश किए होंगे। साल 2045 तक, योजना में निवेश की गई राशि से आप 69,27,578 रुपये प्राप्त कर सकते हैं, जिसमें आपके द्वारा जमा की गई राशि और ब्याज का मिलाजुला होगा। यह योजना बच्चे की मैच्योरिटी के समय आपको एक सुरक्षित और सुदृढ़ आर्थिक समर्थन प्रदान कर सकती है और उसे उच्च शिक्षा या शादी के लिए आवश्यक आर्थिक सहारा प्रदान कर सकती है।
सुकन्या समृद्धि योजना: टैक्स छूट के साथ बचाएं आपके निवेश
सुकन्या समृद्धि योजना निवेशकों को न केवल एक सुरक्षित भविष्य देने का अवसर प्रदान करती है, बल्कि इसमें निवेश करने से टैक्स छूट का भी लाभ होता है। एक वित्त वर्ष में किए गए 1.50 लाख रुपये तक के निवेश पर इनकम टैक्स छूट का लाभ उठाया जा सकता है। सुकन्या समृद्धि योजना EEE (यानी, इनवेस्ट, इनकम, और आउटपुट) स्टेटस के साथ आती है, जिसका मतलब है कि इसमें तीनों चरणों में टैक्स छूट मिलती है।
*योजना में किए गए निवेश पर टैक्स छूट मिलने के साथ-साथ, इस स्कीम से कमाए गए ब्याज पर भी कोई टैक्स नहीं लगता। मैच्योरिटी की राशि भी टैक्स फ्री होती है, जो इस योजना को और भी आकर्षक बनाता है। सुकन्या समृद्धि योजना के माध्यम से निवेश करके न देश के बेटियों को एक सुरक्षित भविष्य देने में मदद की जा रही है, बल्कि इससे निवेशकों को टैक्स बचाने का एक सुनहरा अवसर भी मिल रहा है।
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