Delhi Metro 2 New Corridor: Delhi Metro will run from Lajpat Nagar to Saket and Indralok to Indraprastha, so many stations will be built.
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दिल्ली मेट्रो 2 न्यू कॉरिडोर: केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को दो नए मेट्रो कॉरिडोर को मंजूरी दे दी। इसमें लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक और इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ के बीच मेट्रो रूट शामिल होगा।
दिल्ली मेट्रो 2 न्यू कॉरिडोर: दिल्ली-एनसीआर की लाइफलाइन मानी जाने वाली दिल्ली मेट्रो से सफर करने वालों के लिए अच्छी खबर है। केंद्र सरकार ने बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में डीएमआरसी के फेज 4 के तहत 2 नए मेट्रो कॉरिडोर को मंजूरी दे दी है। कैबिनेट मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि सरकार ने दिल्ली मेट्रो के अंदर दो नए कॉरिडोर को मंजूरी दे दी है. जिस पर 8400 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसमें लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक और इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ के बीच मेट्रो रूट शामिल होगा।
लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक मेट्रो कॉरिडोर
अनुराग ठाकुर ने कहा कि पहला कॉरिडोर लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक तक लगभग 8.4 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन है। इसमें 8 स्टेशन होंगे, जो सभी एलिवेटेड स्टेशन होंगे.
इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ मेट्रो कॉरिडोर
दूसरा कॉरिडोर इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ तक होगा. यहां 12.4 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन भी होगी. इसमें अंडरग्राउंड 11.4 और एलिवेटेड 1 किलोमीटर लंबे रूट होंगे। इसमें कुल 10 स्टेशन होंगे, जिनमें से 9 भूमिगत और 1 एलिवेटेड होगा।
#केंद्रीयमंत्रिमंडल 8,399 करोड़ रुपये की कुल परियोजना लागत पर दिल्ली मेट्रो चरण-IV परियोजनाओं के दो गलियारों को मंजूरी दी गई
🚄 लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर पूरी तरह से एलिवेटेड होगा और इसमें आठ स्टेशन होंगे
🚄इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर में 11.349 किलोमीटर भूमिगत होगा… pic.twitter.com/ETGuxYLB1R
– पीआईबी इंडिया (@PIB_India) 13 मार्च 2024
यह प्रोजेक्ट 2029 तक पूरा हो जाएगा
उन्होंने बताया कि इन दोनों मेट्रो कॉरिडोर की परियोजनाएं मार्च 2029 तक पूरी हो जाएंगी. कुल मिलाकर 20.7 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन बनाई जा रही है, जिस पर 8,400 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
कहां से पूरा होगा खर्च?
यह परियोजना भारत सरकार और केंद्रशासित प्रदेश (दिल्ली) सरकार के संयुक्त उद्यम डीएमआरसी द्वारा पूरी की जाएगी। जिसमें से भारत सरकार 1547 करोड़ रुपये खर्च करेगी, 4309 करोड़ रुपये जेआईसीए ऋण का उपयोग किया जाएगा, यूटी सरकार 1987 करोड़ रुपये खर्च करेगी, डीएमआरसी 333 करोड़ रुपये खर्च करेगी और 195 करोड़ रुपये पीपीपी घटक से लिया जाएगा।
आम आदमी को मिलेगी राहत
ठाकुर ने कहा कि आज देश में 945 किलोमीटर मेट्रो लाइनें हैं और आज देश में 919 किलोमीटर मेट्रो लाइनें निर्माणाधीन हैं, जिन पर तेजी से काम चल रहा है। दिल्ली के अंदर ये दो नए कॉरिडोर यातायात की भीड़ और प्रदूषण से राहत देंगे और महंगे ईंधन की भी बचत करेंगे। नागरिकों को ट्रैफिक में कम समय बिताना पड़ेगा और उनकी यात्रा का समय भी कम हो जाएगा. इससे लोगों के जीवनयापन में आसानी बढ़ेगी।
2019 में भी तीन मेट्रो प्रोजेक्ट कॉरिडोर शुरू किये गये
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि 2019 में भी ऐसे ही 3 मेट्रो कॉरिडोर को मंजूरी दी गई थी. एरोसिटी-तुगलकाबाद, आरके आश्रम मार्ग से जनकपुरी पश्चिम और मजलिस पार्क से मौजपुरी। इन मेट्रो कॉरिडोर पर करीब 24,950 करोड़ रुपये का काम भी चल रहा है. इसे 2026 तक पूरा कर लिया जाएगा.
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