Germany Work Visa: Germany will now give visa to Indian people in just 2 weeks instead of 9 months
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जर्मनी में कुशल कामगारों की बहुत ज़रूरत है। जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बैरबॉक ने इस बारे में बताया है। उन्होंने कहा है कि उनके देश को कुशल कामगारों की तुरंत ज़रूरत है। इस मांग को पूरा करने के लिए वीज़ा की प्रक्रिया का समय कम कर दिया गया है।
नौकरी के लिए जर्मनी जाने की योजना बना रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। जर्मनी ने कहा है कि वह जल्द ही भारतीयों के लॉन्ग टर्म वीजा को मंजूरी देगा। कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी दी गई है। बताया गया है कि पहले जर्मनी जाने के लिए वीजा की प्रक्रिया में 9 महीने लगते थे। अब यह घटकर सिर्फ दो हफ्ते रह जाएगा। शेनझेन न्यूज के मुताबिक, अभी तक जर्मनी में अधिकारियों को वर्क वीजा की प्रक्रिया में करीब 9 महीने लगते थे। अब कुशल भारतीय कामगारों का वीजा सिर्फ दो महीने में प्रोसेस हो जाएगा।
जर्मनी में काम करने वाले लोगों की कमी
जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बैरबॉक ने कहा है कि उनके देश को कुशल कामगारों की तुरंत जरूरत है। इस मांग को पूरा करने के लिए वीजा की प्रक्रिया में लगने वाले समय को कम कर दिया गया है। मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, जर्मन इकोनॉमिक इंस्टीट्यूट के 2023 के आंकड़ों के मुताबिक जर्मनी में करीब 6 लाख पद खाली हैं। वर्क वीजा में लगने वाले लंबे समय से कुशल कामगारों की ट्रेनिंग पर असर पड़ता है।
श्रमिकों की नियुक्ति न होने से अर्थव्यवस्था को नुकसान
जर्मन इकोनॉमिक इंस्टीट्यूट ने भी कहा है कि जर्मनी में बड़े निवेश करने वाली भारतीय कंपनियां त्वरित वीजा पर निर्भर हैं। इसलिए उन्हें जर्मनी में विशेषज्ञ लाने की अनुमति है। संस्थान ने यह भी कहा है कि अगर नौकरियों की रिक्तियां पूरी नहीं की गईं तो जर्मन अर्थव्यवस्था को 74 बिलियन यूरो का नुकसान हो सकता है। इस संस्थान के अनुसार, संघीय विदेश कार्यालय ने जून 2024 तक 80,000 वर्क वीजा जारी किए हैं। इनमें से 50 प्रतिशत कुशल श्रमिक थे।
विदेश मंत्री ने जर्मन सांसदों से मुलाकात की
14 अगस्त को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जर्मन सांसदों जुर्गेन हार्ड और राल्फ ब्रिंकॉस से मुलाकात की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस बारे में पोस्ट किया कि मैं संबंधों को मजबूत करने के लिए उनके निरंतर सहयोग की सराहना करता हूं। संबंधित क्षेत्रों में विकास पर भी चर्चा हुई।
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