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Income tax refund claims stuck due to PAN-Aadhaar issue, what is the department doing in such cases now

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आयकर रिफंड: पैन-आधार लिंक न होने की वजह से कई रिफंड दावे अटके हुए हैं। ऐसे में विभाग ने इन रिफंड दावों को वेरिफिकेशन की प्रक्रिया में डाल दिया है।

इनकम टैक्स रिफंड: अगर इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने के कई दिनों बाद भी रिफंड नहीं आया है तो आपको आयकर विभाग के ई-फाइलिंग पोर्टल पर जाकर रिफंड का स्टेटस चेक करना होगा। साथ ही यह भी चेक करें कि आपका पैन कार्ड आधार नंबर से लिंक है या नहीं। आयकर विभाग का कहना है कि पैन-आधार लिंक न होने की वजह से कई रिफंड क्लेम अटके हुए हैं। ऐसे में विभाग ने इन रिफंड क्लेम को वेरिफिकेशन की प्रक्रिया में डाल दिया है।

आयकर विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि करदाता ई-फाइलिंग पोर्टल पर सर्विस कॉलम में जाकर नाउ योर रिफंड पर क्लिक करके पूरा स्टेटस देख सकते हैं। अगर किसी तकनीकी कारण से रिफंड अटका है तो यह साफ-साफ लिखा होगा। पैन को आधार से लिंक न करने और बैंक अकाउंट अपडेट न करने जैसे कई कारणों से रिफंड मिलने में देरी होती है। अगर आधार को पैन से लिंक नहीं किया है तो पहले ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी करनी होगी।

रिफंड के बारे में बहुत सारी शिकायतें

इस बार रिफंड को लेकर काफी लोग शिकायत कर रहे हैं। कुछ मामलों में तो रिफंड जल्दी मिल जा रहा है लेकिन बड़ी संख्या में ऐसे मामले भी हैं जिनमें आयकर रिटर्न दाखिल करने के एक से दो महीने बाद भी रिफंड नहीं मिल रहा है। लोग सोशल मीडिया पर भी इसकी शिकायत कर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि समय पर पैन कार्ड को आधार से लिंक न करना भी इसके पीछे एक बड़ी वजह है। इसलिए अब अगर समय पर रिफंड नहीं मिल रहा है तो लोग ऑनलाइन जाकर जुर्माना भरकर आधार को पैन से लिंक करा रहे हैं।

1000 रुपये जुर्माना देना होगा

आयकर विभाग ने पैन को आधार से लिंक करने की समयसीमा कई बार बढ़ाई थी। आखिरी तारीख खत्म होने के बाद अब विभाग ने इस काम के लिए एक हजार रुपये का शुल्क तय कर दिया है। फिलहाल 1 जुलाई 2017 से पहले जारी सभी पैन कार्ड को आधार से लिंक करना जरूरी है। उसके बाद जारी किए गए पैन कार्ड को छूट के दायरे में रखा गया है।

ऐसे चेक करें रिफंड का स्टेटस

  • आयकर विभाग के पोर्टल पर जाएं (www.incometax.gov.inअपना यूजर आईडी (पैन नंबर) और पासवर्ड दर्ज करके लॉगिन करें
  • माय अकाउंट पर क्लिक करें और रिफंड/डिमांड स्टेटस खोलें। यहाँ आयकर रिटर्न चुनें।
  • अब Receipt Number पर क्लिक करें। इसके बाद एक नया पेज खुलेगा जहां ITR से जुड़ी सारी जानकारी दिखाई देगी।

देरी होने पर क्या करें

  • सबसे पहले अपना ईमेल चेक करें। आयकर विभाग रिफंड या कोई अतिरिक्त जानकारी या नोटिस ईमेल के जरिए भेजता है।
  • यदि आईटीआर स्थिति से पता चलता है कि रिफंड दावा अस्वीकार कर दिया गया है, तो करदाता रिफंड पुनः जारी करने का अनुरोध कर सकता है।
  • यदि दावा लंबित स्थिति में है, तो आप ई-फाइलिंग पोर्टल/मूल्यांकन अधिकारी से संपर्क कर इसके शीघ्र निपटान का अनुरोध कर सकते हैं।

यदि अब भी देरी हुई तो…

1. आयकर विभाग से संपर्क करें: आप आयकर विभाग से उनकी हेल्पलाइन 1800-103-4455 पर कॉल करके या उन्हें ask@incometax.gov.in पर ईमेल करके संपर्क कर सकते हैं। वे आपके रिफ़ंड की स्थिति के बारे में आपकी सहायता कर सकते हैं।

2. स्थानीय आयकर कार्यालय जाएँ: यदि देरी जारी रहती है, तो आप रिफंड की स्थिति के बारे में सीधे पूछताछ करने के लिए स्थानीय आयकर कार्यालय जा सकते हैं। इससे संबंधित आवश्यक दस्तावेज़ अपने साथ अवश्य रखें।

‘टैक्स रिफंड’ के नाम पर धोखाधड़ी

वहीं, आयकर विभाग ने करदाताओं को ‘टैक्स रिफंड’ के नाम पर धोखाधड़ी से सतर्क रहने की सलाह दी है। विभाग ने सोशल मीडिया पर करदाताओं को इस तरह के फर्जी कॉल, ईमेल और एसएमएस से सावधान रहने की सलाह दी है। विभाग ने कहा है कि अगर किसी करदाता को ऐसा कोई संदेश मिलता है तो उसे सबसे पहले आयकर विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर इसकी पुष्टि करनी चाहिए।

अगर आपको मैसेज फर्जी लगता है तो उस पर प्रतिक्रिया न दें या उन वेबसाइट पर न जाएं जो क्रेडिट कार्ड नंबर, बैंक अकाउंट डिटेल और दूसरी संवेदनशील जानकारी मांगती हैं। साथ ही, अगर आपको ऐसा कोई धोखाधड़ी वाला ईमेल मिलता है तो इसकी सूचना आयकर विभाग को दें। ऐसे ईमेल को webmanager@incometax.gov.in और @cert-in.org.in पर फॉरवर्ड करें।

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careermotto

A self-motivated and hard-working individual, I am currently engaged in the field of digital marketing to pursue my passion of writing and strategising. I have been awarded an MSc in Marketing and Strategy with Distinction by the University of Warwick with a special focus in Mobile Marketing. On the other hand, I have earned my undergraduate degrees in Liberal Education and Business Administration from FLAME University with a specialisation in Marketing and Psychology.

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