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PPF के कुछ ख़ास नियम ! निवेश करने से पहले जान लें पूरी बातें

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) स्कीम एक शानदार वित्तीय योजना है जो निवेशकों को लंबी अवधि में अच्छे रिटर्न प्रदान करती है। इस स्कीम के तहत, निवेशक टैक्स छूट के साथ ही कंपाउंडिंग ब्याज दर का भी लाभ उठा सकते हैं। यह स्कीम निवेशकों को उनकी विभिन्न आर्थिक लक्ष्यों के लिए बचत करने में मदद कर सकती है, जैसे कि बच्चों की पढ़ाई, शादी, और रिटायरमेंट।

PPF स्कीम की अवधि 15 साल की है और इसके तहत निवेश करने से निवेशकों को टैक्स छूट का भी लाभ होता है। इससे पहले कि आप इस योजना में निवेश करें, इसके 8 महत्वपूर्ण नियमों को समझना अत्यंत आवश्यक है ताकि आप बाद में किसी भी प्रकार की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़े।


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Some special rules related to PPF!

पीपीएफ खाता कौन-कौन खोल सकता है?

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) स्कीम में निवेश करने के लिए आपको एक पीपीएफ खाता खोलना होता है जिसमें आप 15 साल के लिए निवेश कर सकते हैं, और इसको 5-5 साल के लिए आगे बढ़ाया जा सकता है। इस खाते को कोई भी नागरिक, जिसकी आय भारतीय निर्माण एक्ट के अनुसार हो, खोल सकता है।

ईपीएफ खाता धारक भी पीपीएफ खाता खोल सकता है। इस खाते को आप बैंक या पोस्ट ऑफिस में खोल सकते हैं, और इसके तहत बच्चों के नाम में भी खाता खुलवाया जा सकता है, लेकिन खाते की देखभाल माता-पिता करेंगे। यह योजना विभिन्न विधियों के लिए खुली है और व्यक्ति को निर्दिष्ट आय निर्माण एक्ट की मानदंडों के अनुसार पात्र बनाती है, जिससे समृद्धि की दिशा में सहारा मिलता है।

कितना मिल रहा है ब्याज?

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) में निवेश करने पर ब्याज दर सरकार द्वारा हर तिमाही पर तय की जाती है। फिलहाल, जमा राशि पर 7.1 फीसदी की ब्याज दर से लाभ प्राप्त हो रहा है आप पीपीएफ खाते में एक साल में 500 रुपये से लेकर 1.50 लाख रुपये तक का निवेश कर सकते हैं।

ब्याज का पूरा लाभ प्राप्त करने के लिए, आपको हर महीने की 5 तारीख से पहले पैसे खाते में जमा करने की आवश्यकता है। इससे आपको पूरे माह के लिए जमा की गई राशि पर उस महीने का ब्याज मिलेगा, जिससे आपका निवेश दोगुना हो जाएगा। यह एक लाभकारी और सुरक्षित निवेश विकल्प है जो व्यक्ति को दी जा रही ब्याज दर के साथ सुरक्षितता भी प्रदान करता है।

PPF खाता बंद करने का आसान तरीका 

आपका पीपीएफ खाता बंद करने के नियमों के बारे में और बेहतरीन समझने की प्रत्याशा बहुत उचित है। आमतौर पर, पीपीएफ खाता को बंद करने के शर्त के तहत, खाता को कम से कम पांच वर्ष के लिए खोलना जरूरी होता है। खाता केवल आपातकालीन स्थितियों में बंद किया जा सकता है जैसे गंभीर बीमारी या चिकित्सा आवश्यकताएं।

खाता बंद करने से पहले, आपको अपने कारण का कानूनी दस्तावेज़ जैसे मेडिकल बिल दिखाना होगा। इसके बाद, जरूरी सत्यापन के बाद आप पूरे राशि को निकाल सकते हैं और खाता बंद कर सकते हैं, जिससे आप बंद करने के मानदंडों को पूरा करते हैं।

पीपीएफ (सार्वजनिक भविष्य निधि योजना) खातों में नामांकन का महत्व है। पीपीएफ के नियमों के अनुसार, हर खाताधारक को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि नामांकन प्रक्रिया पूरी हो। खाता खोलते समय, आपको फॉर्म-A भरना होगा, और नामांकन प्रक्रिया को पूरा करने के लिए आपको फॉर्म-B भरना होगा। इससे सुनिश्चित होता है कि खाताधारक की मृत्यु की स्थिति में, खाते में जमा राशि नामित व्यक्ति को स्वाभाविक रूप से मिल जाएगी और किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी।

पीपीएफ खाते में नामांकन जोड़ने से यह सुनिश्चित होता है कि अनपेक्षित परिस्थितियों में राशि नामित व्यक्ति को सरलता से मिल जाएगी, बिना किसी अनावश्यक समस्या के। यह सुरक्षा का एहसास दिलाता है और सुनिश्चित करता है कि आपकी बचत जब आवश्यक हो, तो आपके चयनित नामित व्यक्ति के लिए पहुंची जा सके।

इसलिए, पीपीएफ खाताधारकों के लिए संसोधित नामांकन प्रक्रिया को पूरा करना अत्यंत आवश्यक है ताकि उनके प्यारे परिवार के हितों की रक्षा हो और भविष्य में धन के संकलन को संभालने के लिए किसी भी प्रकार की कठिनाइयों से बचा जा सके।

Disclaimer: A1Factor.Com पोस्ट के माध्यम से लोगों में फाइनेंशियल एजुकेशन प्रोवाइड कराता है। म्‍यूचुअल फंड और शेयर मार्केट निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। हम सब SEBI से पंजीकृत वित्तीय सलाहकार नहीं हैं। आप अपने पैसे को निवेश करने के लिए स्वतंत्र है। कृपया अपनी समझदारी और सूझ बूझ के साथ ही निवेश करें। निवेश करने से पहले पंजीकृत एक्सपर्ट्स की राय जरूर लें।

careermotto

A self-motivated and hard-working individual, I am currently engaged in the field of digital marketing to pursue my passion of writing and strategising. I have been awarded an MSc in Marketing and Strategy with Distinction by the University of Warwick with a special focus in Mobile Marketing. On the other hand, I have earned my undergraduate degrees in Liberal Education and Business Administration from FLAME University with a specialisation in Marketing and Psychology.

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