Ratan Tata’s new plan; Jobs galore will be available in the country
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जॉब इन टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स: दिग्गज टेक कंपनी एप्पल ने चीन से अपना कारोबार समेटकर भारत में उत्पादन बढ़ाने का फैसला किया है। इसका सीधा फायदा भारतीयों को मिलने की उम्मीद है। इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत में एप्पल के उत्पादन से 2025 के अंत तक 6 लाख तक नौकरियां पैदा हो सकती हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एप्पल के भारत के अंदर काम बढ़ाने से कई नौकरियां पैदा हो रही हैं। एप्पल ने यह भी कहा कि मार्च 2025 तक भारत में कंपनी के साथ सीधे काम करने वाले लोगों की संख्या बढ़कर दो लाख हो जाएगी। इनमें करीब 70 फीसदी महिलाएं होंगी।
1.65 लाख रोजगार के अवसर सृजित होंगे
आपको बता दें कि एप्पल ने तीन बड़ी कंपनियों के साथ करार किया है। रिपोर्ट के मुताबिक फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन (अब टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स) और पेगाट्रॉन ने पहले ही 80,872 नौकरियों के अवसर पैदा किए हैं। टाटा ग्रुप ने हाल ही में विस्ट्रॉन का अधिग्रहण किया था। उसके बाद टाटा ग्रुप की इस कंपनी में नौकरियों के अवसर तेजी से बढ़े हैं। इसके अलावा सैलकॉम्प, मदरसन, फॉक्सलिंक, सनवोडा, एटीएल और जेबिल जैसी कंपनियों ने भी करीब 84,000 नौकरियां पैदा की हैं। 2020 में नई योजना की शुरुआत के बाद एप्पल और उसके साथ काम करने वाली कंपनियों ने करीब 1.65 लाख नौकरियों के अवसर पैदा किए हैं।
5 साल में 2 लाख नौकरियां पैदा करने का लक्ष्य
सरकारी योजना PLI का उद्देश्य 5 साल में 2 लाख नौकरियां पैदा करना था, जो कि महज 4 साल में ही पूरा हो गया है। इससे साफ है कि Apple ने देश में नई नौकरियों के अवसर पैदा करने में मदद की है। सरकार का अनुमान है कि इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में पैदा होने वाली एक नौकरी से तीन और नौकरियां पैदा होती हैं। इसका मतलब है कि Apple की ग्रोथ के साथ ही साल के अंत तक 5 से 6 लाख नौकरियां पैदा हो सकती हैं। Apple ने भारत में भी वैसा ही कदम उठाया है जैसा उसने चीन में उठाया था। कंपनी की ओर से यहां कई फैक्ट्रियां लगाई गई हैं।
अक्टूबर से होसुर प्लांट में उत्पादन शुरू हो जाएगा
टाटा ग्रुप की नई फैक्ट्री तमिलनाडु के होसुर में है। धीरे-धीरे वहां करीब 50,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। इस प्लांट में उत्तराखंड की महिलाओं को भी बेहतरीन अवसर दिए जाएंगे। इस फैक्ट्री में अक्टूबर से आईफोन बनने शुरू हो जाएंगे। बाद में उत्पादन और बढ़ाया जाएगा। तमिलनाडु एप्पल के उत्पादन का मुख्य केंद्र बन गया है। यहां आईफोन और उसके पार्ट्स बनाने वाली फैक्ट्रियों में 2 लाख से ज्यादा रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है।
वित्त वर्ष 2024 में iPhone का उत्पादन 1.20 लाख करोड़ रुपये रहा
Apple ने साल 2021 में भारत में iPhone बनाना शुरू किया था। यह कंपनी का चीन के बाहर पहला उत्पादन था। तब से भारत में कंपनी का उत्पादन लगातार बढ़ रहा है। वित्त वर्ष 24 में iPhone का उत्पादन 1.20 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जिसमें से 85,000 करोड़ रुपये निर्यात है। उत्पादन में वृद्धि ने भारत को Apple की वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला का एक महत्वपूर्ण घटक बना दिया है, जो कंपनी के कुल उत्पादन में लगभग 14% का योगदान देता है।
उत्तराखंड की 4000 महिलाओं को नौकरी
एप्पल की कंपनियाँ अपने बढ़ते कार्यबल को समायोजित करने के लिए तमिलनाडु में घर बनाने में निवेश कर रही हैं। श्रीपेरंबुदूर में हाल ही में बने घर की कीमत 706.5 करोड़ रुपये है और इसमें करीब 18,720 लोग रह सकेंगे। इनमें से ज़्यादातर महिलाएँ हैं। एप्पल के बढ़ते कार्यबल को समायोजित करने के लिए इस क्षेत्र में और घर बनाने की योजना है। इसके लिए सरकार और कंपनियाँ मिलकर काम करेंगी। हाल ही में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने कहा है कि वह तमिलनाडु के होसुर और कर्नाटक के कोलार में स्थित अपने प्लांट में एनपीएस और एनएटीएस कार्यक्रमों के तहत उत्तराखंड की 4000 महिलाओं को नौकरी देगी।
कंपनी के एचआर हेड रंजन बंदोपाध्याय ने आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा कि उन्होंने इस संबंध में राज्य नियोजन विभाग को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। विज्ञप्ति में कहा गया है कि जिन लोगों ने कक्षा 10 या 12 की परीक्षा उत्तीर्ण की है, वे एनपीएस कार्यक्रमों के लिए पात्र हैं। इसके अलावा एनएटीएस के लिए 10 या 12 के साथ आईटीआई डिप्लोमा होना जरूरी है। चयन के बाद उन्हें कारखानों में तकनीशियन के रूप में नौकरी दी जाएगी। वेतन के अलावा उन्हें आवास, भोजन, परिवहन और अन्य सुविधाएं मिलेंगी।
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