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World Senior Citizen’s Day 2024: These 5 schemes will improve old age… will arrange for pension, know details

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पेंशन योजनाएं: नौकरीपेशा लोग रिटायरमेंट के बाद की जरूरतों को पूरा करने के लिए एकमुश्त रकम बचाते हैं, लेकिन कई बार वे पेंशन का इंतजाम नहीं कर पाते हैं। ऐसे में बुढ़ापे में रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है। आज 21 अगस्त को विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस के मौके पर हम आपको ऐसी 5 योजनाओं के बारे में बताते हैं जो बुढ़ापे में सहारा बन सकती हैं। इन योजनाओं के जरिए आप बुढ़ापे में हर महीने पेंशन का इंतजाम कर सकते हैं। हालांकि, इसके लिए आपको अपनी नौकरी के दौरान ही प्लानिंग करनी होगी। यहां जानिए इन योजनाओं के बारे में-

एनपीएस

आप सरकारी नौकरी में हों या प्राइवेट, मासिक पेंशन पाने के लिए आप नेशनल पेंशन सिस्टम का विकल्प चुन सकते हैं. इस स्कीम में रिटायरमेंट फंड के साथ पेंशन का भी इंतजाम किया जा सकता है. एनपीएस एक मार्केट लिंक्ड स्कीम है, इसलिए इसका रिटर्न मार्केट पर आधारित होता है. लेकिन लंबी अवधि में यह स्कीम काफी अच्छा रिटर्न दे सकती है. इसका औसत रिटर्न 10 फीसदी माना जाता है. भारत का कोई भी नागरिक जिसकी उम्र 18 से 70 साल के बीच है, इस स्कीम का फायदा उठा सकता है. पेंशन पाने के लिए आपको 60 साल की उम्र तक इस स्कीम में निवेश करना होगा. रिटायरमेंट पर 60 फीसदी रकम आपको रिटायरमेंट फंड के तौर पर दे दी जाती है और 40 फीसदी एन्युटी के तौर पर इस्तेमाल होती है. इस तरह आपको पेंशन दी जाती है. एन्युटी की रकम जितनी ज्यादा होगी, आपको उतनी ही ज्यादा पेंशन मिलेगी.

एसडब्ल्यूपी

बुढ़ापे में अच्छी पेंशन पाने के लिए आप सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान का भी चुनाव कर सकते हैं। यह एक ऐसा निवेश है जिसके तहत निवेशक को म्यूचुअल फंड स्कीम से मासिक एक तय रकम मिलती है। इसके जरिए बुढ़ापे में अच्छी पेंशन का इंतजाम किया जा सकता है। लेकिन सबसे पहले आपको अपनी नौकरी के साथ-साथ एसआईपी या किसी दूसरी स्कीम के जरिए एक बड़ा फंड इकट्ठा करना होगा। जब आप रिटायर होंगे तो आपको SWP का विकल्प चुनना होगा। SWP की रकम आपको म्यूचुअल फंड यूनिट बेचकर मिलती है। अगर फंड खत्म हो गया तो SWP बंद हो जाएगी। आपको यह तय करना होगा कि आपको पैसे की जरूरत कब मासिक, तिमाही या सालाना तौर पर पड़ती है। अगर आप एसआईपी नहीं कर पाए हैं तो इसके लिए रिटायरमेंट पर मिलने वाले फंड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

एपीवाई

अटल पेंशन योजना के जरिए आप बुढ़ापे में भी नियमित आय का इंतजाम कर सकते हैं। यह योजना उन लोगों के लिए है जो टैक्सपेयर नहीं हैं। इसमें निवेश करने के लिए आपकी उम्र 18 से 40 साल के बीच होनी चाहिए। इस योजना में व्यक्ति को 60 साल की उम्र तक हर महीने थोड़ा-थोड़ा अंशदान देना होता है। 60 साल की उम्र के बाद लोगों को 1000 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक मासिक पेंशन का लाभ दिया जाता है। आपके अंशदान की राशि उसी हिसाब से तय होती है, जिस हिसाब से आप बुढ़ापे में पेंशन पाना चाहते हैं।

ईपीएस

प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले लोग हर महीने EPFO ​​में योगदान करते हैं। कर्मचारी और नियोक्ता दोनों ही EPFO ​​में योगदान करते हैं। इसका एक हिस्सा आपके रिटायरमेंट फंड में जाता है और EPS (कर्मचारी पेंशन योजना) में जाता है। EPS के ज़रिए बुढ़ापे में हर महीने पेंशन दी जाती है। अगर आपने कम से कम 10 साल तक लगातार EPS में योगदान दिया है तो आप EPFO ​​से पेंशन पाने के पात्र हो जाते हैं। यह पेंशन रिटायरमेंट की उम्र में मिलती है और आपके योगदान की राशि पर निर्भर करती है।

पोमिस

पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम के जरिए भी आप हर महीने इनकम कमा सकते हैं। सरकार की गारंटी वाली इस डिपॉजिट स्कीम में सिंगल और ज्वाइंट अकाउंट की सुविधा मिलती है। सिंगल अकाउंट में अधिकतम 9 लाख रुपये और ज्वाइंट अकाउंट में अधिकतम 15 लाख रुपये जमा किए जा सकते हैं। यह पैसा अधिकतम 5 साल के लिए जमा किया जाता है। आपको ब्याज से कमाई होती है और आपकी जमा की गई रकम पूरी तरह सुरक्षित रहती है। मौजूदा 7.4% ब्याज दर के हिसाब से आप ज्वाइंट अकाउंट के जरिए इस स्कीम से 9,250 रुपये तक कमा सकते हैं। अगर आप 5 साल बाद भी इस स्कीम का फायदा उठाना चाहते हैं तो नया अकाउंट खोल सकते हैं।

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careermotto

A self-motivated and hard-working individual, I am currently engaged in the field of digital marketing to pursue my passion of writing and strategising. I have been awarded an MSc in Marketing and Strategy with Distinction by the University of Warwick with a special focus in Mobile Marketing. On the other hand, I have earned my undergraduate degrees in Liberal Education and Business Administration from FLAME University with a specialisation in Marketing and Psychology.

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