Zomato निवेशकों के लिए बड़ी खबर! कंपनी ने किया बड़ा डील » A1 Factor
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय खाद्य वितरण विशेषज्ञ ज़ोमैटो ने ई-कॉमर्स शिपिंग स्टार्टअप शिपरॉकेट का अधिग्रहण करने की पेशकश की है। इस डील के मुताबिक जोमैटो शिपरॉकेट को करीब 2 अरब डॉलर में खरीद सकती है। ऐसे में इस कंपनी को इंफो एज, टेमासेक और लाइटरॉक का भी सपोर्ट मिलेगा। हालाँकि, अभी तक डील फाइनल नहीं हुई है।
पैराग्राफ के बाद
इस खबर के बाद गुरुवार को जोमैटो के शेयरों में तेजी दर्ज की गई और शेयर की कीमत करीब 3% बढ़कर 127.55 रुपये हो गई. 19 दिसंबर को यह शेयर 131.75 रुपये के स्तर पर पहुंच गया था, जो इसके 52 हफ्ते के उच्चतम स्तर का दरवाजा खोलता है. ज़ोमैटो का यह कदम अब तक के उच्चतम स्तर के करीब एक नए स्तर पर पहुंचने का संकेत हो सकता है, जो इसके बढ़ते अधिकार और बढ़ती उपयोगकर्ता मान्यता में मादक हो सकता है।
पैराग्राफ के बाद
शिपरॉकेट ने नवंबर महीने में वित्तीय स्थिति में 78% की वृद्धि दर्ज की है
ई-कॉमर्स लॉजिस्टिक्स स्टार्टअप शिपरॉकेट ने बताया कि नवंबर महीने में उनकी वित्तीय स्थिति में बड़ा सुधार हुआ है। उनकी रिपोर्ट के मुताबिक नवंबर महीने में इस बिजनेस की आय में 78 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई. इसका मतलब है कि नवंबर महीने में उनकी कमाई में बड़ा इजाफा हुआ है.
पैराग्राफ के बाद
शिपरॉकेट ने यह भी खुलासा किया कि उनके वित्तीय वर्ष को समाप्त होने वाले महीने, यानी 31 मार्च, 2023 को उनके परिचालन राजस्व में 78% की वृद्धि देखी गई है। उनका परिचालन राजस्व लगभग 1,089 करोड़ रुपये था, जो पिछले वर्ष की तुलना में 1.7 गुना अधिक है।
पैराग्राफ के बाद
लॉजिस्टिक्स यूनिकॉर्न के रूप में उभरते हुए, शिपरॉकेट ने बताया कि उसने वित्त वर्ष 2013 में 341 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया है, जो पिछले वित्तीय वर्ष में 93.1 करोड़ रुपये से 266% अधिक है। यह सुधार उनके व्यवसाय के लिए एक सकारात्मक संकेत हो सकता है और उनके वित्तीय स्वास्थ्य को मजबूत करने में मदद कर सकता है।
पैराग्राफ के बाद
तीन साल की उम्र में थर्ड पार्टी लॉजिस्टिक्स कंपनी की स्थापना की
2017 में साहिल गोयल, विशेष खुराना, अक्षय गुलाटी और गौतम कपूर ने मिलकर थर्ड पार्टी लॉजिस्टिक्स कंपनी बनाई, जो थर्ड पार्टी लॉजिस्टिक्स कंपनियों का एक एग्रीगेटर है। इस स्टार्टअप का नाम शिपरॉकेट है, जिसे भारतीय बाजार में डिजिटल बिजनेस की बढ़ती मांग का समर्थन करने के लिए बनाया गया था। कंपनी 17 कूरियर और डिलीवरी पार्टनर्स के साथ काम करती है, जिनमें डेल्हीवरी, फेडेक्स, अरामेक्स, एक्सप्रेसबिज, डीटीडीसी और शैडोफैक्स शामिल हैं।
पैराग्राफ के बाद
शिपरॉकेट ने अपनी योजना स्थापित करने के लिए विभिन्न निवेशकों से लगभग 270 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई है, जिसमें टेमासेक, बर्टेल्समैन, मूर स्ट्रैटेजिक वेंचर्स, पेपाल, मार्च कैपिटल और अन्य बड़े निवेशक शामिल हैं।
पैराग्राफ के बाद
शिपरॉकेट का मुख्य उद्देश्य भारतीय व्यापारियों को उनके उत्पाद ग्राहकों तक आसानी से और तेजी से पहुंचाने में मदद करना है। वर्तमान में, शिपरॉकेट भारत में मौजूद लॉजिस्टिक्स कंपनियों के साथ साझेदारी करके बड़े नेटवर्क के साथ काम करता है और इसे विशेष रूप से छोटे और मध्यम व्यापारियों के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसे एक उपहार के रूप में माना जाता है।
पैराग्राफ के बाद
विदेशी ब्रोकरेज ने जोमैटो को सर्वोच्च प्राथमिकता दी
विदेशी ब्रोकरेज कंपनी सीएलएसए ने रिपोर्ट में कहा है कि जोमैटो लिमिटेड की प्रोफाइल में सुधार हो रहा है और इसे उपभोक्ता वर्ग में शीर्ष पसंद के रूप में देखा जा रहा है। रिपोर्ट स्पष्ट रूप से दिखाती है कि ज़ोमैटो ने Q2FY24 में ब्लिंकिट के साथ अच्छी वृद्धि प्रदर्शित की है और ब्लिंकिट के अधिग्रहण के बाद पहली बार सकारात्मक योगदान दिया है।
पैराग्राफ के बाद
ज़ोमैटो ने अगस्त 2022 में ब्लिंकिट का अधिग्रहण किया, जिससे इसकी वृद्धि को बढ़ावा मिला। ब्लिंकिट ने मध्यम खरीदारी के लिए पेश किए गए वेयरहाउसिंग और समर्थन सेवाओं के व्यवसाय के माध्यम से ज़ोमैटो को अपनी सेवाएं बढ़ाने में मदद की है।
पैराग्राफ के बाद
सीएलएसए की रिपोर्ट ने जोमैटो की योजना को बड़ी सफलता बताया है और इसे आर्थिक रूप से मजबूत बताया है। ज़ोमैटो की साझेदारी और ब्लिंकिट के अधिग्रहण के माध्यम से, कंपनी ने अपने विस्तार को मजबूती से बनाए रखने और विदेशी बाजार में भी अपनी उपस्थिति बढ़ाने का प्रयास किया है।
पैराग्राफ के बाद
Disclaimer: A1Factor.Com पोस्ट के माध्यम से लोगों में फाइनेंशियल एजुकेशन प्रोवाइड कराता है। म्यूचुअल फंड और शेयर मार्केट निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। हम सब SEBI से पंजीकृत वित्तीय सलाहकार नहीं हैं। आप अपने पैसे को निवेश करने के लिए स्वतंत्र है। कृपया अपनी समझदारी और सूझ बूझ के साथ ही निवेश करें। निवेश करने से पहले पंजीकृत एक्सपर्ट्स की राय जरूर लें।