Marine Engineering Me Career। Marine Engineer Kaise bane
Marine Engineer Kaise Bane – क्या आप मरीन इंजीनियरिंग में कैरियर बनाना चाहते हैं। क्या आप मरीन इंजीनियरिंग में कैरियर बनाने का सपना देख रहे हैं। यदि आप जानना चाहते हैं कि Marine Engineering me career kaise banaye तो इस पोस्ट में आपको मरीन इंजीनियरिंग में कैरियर संबंधी सारी जानकारी मिलेगी। जिससे आप आसानी से Marine engineering में कैरियर बना सकेंगे।
यंहा पर मरीन इंजीनियरिंग कैरियर के बारे में वो हर इन्फॉर्मेशन मिलेगी, जोकि आपके लिए आवश्यक है। जैसे marine engineering kya hai। इसमे जाने के लिए कौन सा कोर्स करें। marine engineering में career scope क्या है। इसमे कैरियर की क्या संभावनाएं हैं। Marine Engineering कोर्स किस institute से करना चाहिए। Marine Engineering Course Fees कितनी होती है। बेस्ट मरीन इंजीनियरिंग कोर्स के इंस्टीट्यूट कौन से हैं। इस कोर्स के बाद Job कंहा मिलेगी। इन सभी के बारे में डिटेल में बताएंगे।All Information Career in Marine Engineering, Course, Career, Best institute, Course Fees and Job.
Marine Engineer Kaise Bane
मरीन इंजीनियर का कार्य काफी चुनौतीपूर्ण होता है। Marine Engineer के कंधों पर जलपोतों के रख- रखाव, निर्माण इंस्टालेशनकी जिम्मेदारी होती है। अगर आपको मरीन इंजीनियरिंग में रुचि है, तो ये सेक्टर आपके कैरियर के लिए बेहतर ऑप्शन हो सकता है। इन दिनों मरीन इंजीनियरिंग में कैरियर की अनेक संभावनाएं हैं। अगर आप भी मरीन इंजीनियर के फील्ड में आना चाहते हैं, तो सबसे पहले आप Marine Engineering से रीलेटेड course करें। इसके बाद इस सेक्टर में आपके लिए कैरियर के द्वार खुल जाएंगे।
आजकल मरीन इंजीनियरिंग काफी युवाओ का पसंदीदा कैरियर ऑप्शन है। अधिकांश स्टूडेंट्स इस फील्ड में कैरियर बनाने के लिए उतुस्क रहते हैं। मरीन इंजीनियरिंग कोर्स के लिए आप पीसीएम सब्जेक्ट से 12वीं पास हों। इसके लिए आप बीटेक इन मरीन इंजीनियरिंग या बीएससी इन नॉटिकल साइंस कोर्स कर इस फील्ड में प्रवेश कर सकते हैं। बीटेक Marine Engineering course की अवधि 4 बर्ष होती है। बीएससी नॉटिकल साइंस 3 बर्ष के कोर्स होता है। इन कोर्स में ज्यादातर एडमिशन प्रवेश परीक्षा के द्वारा ही मिलता है।
Marine Engineering Career Scope
वर्तमान समय मे मरीन इंजीनियरिंग का कैरियर काफी ज्यादा है। इन दिनों में जहाज में मॉर्डन टेक्नोलॉजी और मॉर्डन इक्विपमेंट का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग होने लगा है। इन कार्य को हैंडल करने के लिए Marine Engineer की जरूरत होती है। एंटरनेशनल स्तर पर शिपिंग कंपनीज की काफी बढ़ोतरी हो रही है। जिससे इस सेक्टर में प्रोफेशनल लोंगो की काफी मांग बढ रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक मरीन इंजीनियर प्रोफेशनल की डिमांड हमेशा ही बढ़ती रहेगी, इसका कारण है, टेक्नोलॉजी का विकास और चीफ समुद्री यात्रा।
मरीन इंजीनियर को कई महीनों तक समुद्री जहाज में यात्रा करना पड़ता है, इसलिए इस सेक्टर में वही लोग आए, जिनको मरीन लाइफ में इंटरेस्ट हो और अपने घर परिवार से महीनों तक दूर रह सकें। हालांकि ये फील्ड काफी चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन इसमें कैरियर ब्राइट है।
Marine Engineering Career Skills
एक मरीन इंजीनियर के तौर पर काम करने के लिए आप में सामुद्रिक संरचना की अच्छी जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ ही मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की समझ होनी भी जरूरी है। इंडस्ट्री के अनुसार कार्यक्षेत्र का दायरा भी कुछ अलग हो सकता है। वैसे तो एक मरीन इंजीनियर का मुख्य काम पोत का निर्माण व मशीनरी की मरम्मत करना ही होता है लेकिन ये जहाजों और नौकाओं के डिजाइन की रूपरेखा तैयार करने समेत कई अन्य जिम्मेदारियां भी निभाते हैं। वैसे तो Marine Engineer का मुख्य काम जहाजो और नौकाओं के डिज़ाइन और निर्माण करना होता है।
Career Option in Marine Engineering
आज के समय मे मरीन इंजीनियरिंग में कैरियर के बहुत से विकल्प मौजूद हैं। इसमे आप नौसेना, इंडियन नेवी, जहाज निर्माण कंपनी, जहाजो का निरिक्षण करने वाली कंपनियो में नौकरी कर सकते हैं। शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया में भी काम करने का मौका पा सकते हैं। अगर आप विदेश में नौकरी करना चाहते हैं, तो इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन द अमेरिकन ब्यूरो ऑफ शिपिंग में भी काम कर सकते हैं में भी नौकरी की तलाश कर सकते हैं। इसी के साथ फ्रांस और यूके में भी Marine Engineers की भारी डिमांड रहती है।
सैलेरी-
शुरआत में जूनियर इंजीनियर के तौर पर आपको 25 से 30 हजार रुपये आसांनी से मिल जाएंगे। अनुभव होने के बाद 5 से 10 लाख रुपये तक आसानी से कमा सकते हैं।
Best Institute for Marine Engineering Course
- इंडियन मैरीटाइम यूनिवर्सिटी, मुम्बई
- इंटरनेशनल मेरीटाइम इंस्टीटूट, दिल्ली
- कोच्चि यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी
- मरीन इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट, कोलकाता
- इंडियन मैरीटाइम यूनिवर्सिटी, चेन्नई
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पोर्ट मैनजमेंट, कोलकाता
- सीसीईटी चंडीगढ़
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मद्रास
- वेल्स एकेडमी ऑफ मेरीटाइम स्टडीज, चेन्नई
- टोलानी मैरीटाइम इंस्टीटूट, मुम्बई
- इंटरनेशनल मैरीटाइम एकेडमी, चेन्नई
- कोयम्बटूर मरीन कॉलेज
- समुन्द्र इंस्टीट्यूट ऑफ मैरीटाइम स्टडीज, मुम्बई