Paytm शेयर में आई 20% की गिरावट! जानें खरीदना सही रहेगा या नहीं?
नई रुचियों और चुनौतियों से भरी पेटीएम की एनालिस्ट मीटिंग में कंपनी ने एक बड़ा कदम उठाया है. छोटे आकार के पोस्टपेड लोन को कम करने और बड़े आकार के पर्सनल और मर्चेंट लोन को बढ़ाने की घोषणा की गई है। इस फैसले का सीधा असर शेयर बाजार पर पड़ा है, लेकिन ब्रोकरेज फर्मों को इससे निराशा हुई है.
छोटे पोस्टपेड ऋणों को कम करने का प्रयास कंपनी को पुनर्संतुलित करने की दिशा में एक कदम है, हालांकि बड़े आकार के व्यक्तिगत और व्यापारिक ऋणों में वृद्धि से बाजार में नए अवसर पैदा हो सकते हैं। ब्रोकरेज का मानना है कि इस फैसले से शेयर की कीमत पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है.
इस फैसले से वित्तीय बाजार में चर्चा चरम पर है और शेयर कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है. कंपनी की नई रणनीतियों ने बाजार में नए सवाल पैदा कर दिए हैं, जिनसे ब्रोकरेज सहमत नहीं हैं। यह तय है कि आने वाले समय में पेटीएम के शेयर की कीमत और तेजी से बदल सकती है और कंपनी के लिए बाजार को नई दिशा देना एक चुनौती हो सकती है।
पेटीएम शेयर की कीमत में भारी गिरावट: बढ़ती ऋण योजना उत्कृष्टता को घेरती है
कंपनी द्वारा अपनी नई रणनीतियों की घोषणा के बाद पेटीएम के शेयरों में हलचल मच गई है। 7 दिसंबर को हुई एनालिस्ट मीटिंग में छोटे साइज के पोस्टपेड लोन को कम करने और बड़े साइज के पर्सनल और मर्चेंट लोन को बढ़ाने का प्लान बनाया गया है. इस बदलाव के परिणामस्वरूप कंपनी की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के शेयरों में 20% की गिरावट आई है।
ब्रोकरेज ने इस फैसले को मंजूरी नहीं दी है और कंपनी के राजस्व अनुमान को कम करने का निर्देश दिया है। परिणामस्वरूप, स्टॉक का लक्ष्य मूल्य भी कम कर दिया गया है। 7 दिसंबर को शुरुआती कारोबार में पेटीएम के शेयरों में भारी गिरावट आई और बीएसई पर शेयर की कीमतें 744.95 रुपये और एनएसई पर 728.85 रुपये पर खुलीं।
इस गिरावट के साथ, स्टॉक को दोनों सूचकांकों पर निचले मूल्य बैंड का सामना करना पड़ा, जो 650.65 रुपये और 650.45 रुपये तक पहुंच गया। पेटीएम के शेयरों में यह बदलाव कंपनी को बाजार में नई दिशा देने में चुनौतीपूर्ण स्थिति में खड़ा कर सकता है, जिससे आने वाले समय में शेयर की कीमत में और अधिक उतार-चढ़ाव देखने की संभावना है।
पेटीएम के शेयरों में भारी गिरावट: छोटे आकार के पोस्टपेड लोन में कमी से कंपनी के शेयरों में चुनौती.
सुबह 10:50 बजे पेटीएम के शेयरों में 17.15% की भारी गिरावट थी और शेयर 673.65 रुपये पर ट्रेंड कर रहे थे। इस तेजी से हो रही जांच के पीछे की वजह कंपनी की एनालिस्ट मीटिंग है, जहां पेटीएम ने पोस्टपेड लोन को घटाकर छोटे आकार में करने का फैसला किया है।
कंपनी ने इस फैसले की वजह बताते हुए कहा है कि इससे पोस्टपेड लोन की संख्या में कमी आ सकती है, लेकिन मार्जिन या रेवेन्यू पर इसका कोई बड़ा असर नहीं होगा. कंपनी के मुताबिक, पोस्टपेड में टेक रेट सबसे कम है और इसलिए इसका राजस्व पर न्यूनतम प्रभाव पड़ेगा।
इस फैसले से बाजार में चिंता पैदा हो गई है और शेयरों में गिरावट का सामना करना पड़ा है. इसके अतिरिक्त, ब्रोकरेज ने कंपनी के राजस्व अनुमान को भी कम कर दिया है और स्टॉक के लिए लक्ष्य मूल्य भी कम कर दिया है। आने वाले समय में पेटीएम के शेयरों में और अधिक अस्थिरता देखने की संभावना है, और यह कंपनी को बाजार में आगे बढ़ने के लिए चुनौतीपूर्ण स्थिति में ला सकता है।
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