Tata शेयर ने मचाया बवाल ! 145 तक जायेगा भाव, निवेशकों की हुई मौज… » A1 Factor
सोमवार को शेयर बाजार में उत्कृष्टता की ओर एक और कदम बढ़ते हुए, टाटा स्टील का शेयर एक नए उच्च पर पहुंचा। इस दौरान, टाटा ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में विशेष रूप से तेजी देखने को मिली। टाटा स्टील का शेयर सोमवार को ट्रेडिंग के दौरान एक फीसदी से अधिक उछलकर 135.70 रुपये तक पहुंचा, जबकि सत्र का समापन 135 रुपये पर हुआ।
एक्सपर्ट्स के अनुसार, इस शेयर को लेकर अब भी बुलिश संकेत मिल रहे हैं, हालांकि पिछले टारगेट प्राइस से ब्रोकरेज ने अपने अनुमानों में कमी की है। यह उन्हें इस उत्कृष्टता से भरपूर संकेत मिला है कि बाजार में इस शेयर की डिमांड में बढ़ोतरी हो सकती है।
इस बढ़ती हुई उत्कृष्टता के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे की टाटा स्टील की नई योजनाएं और बाजार में महसूस हो रही वृद्धि। निवेशकों को ध्यान में रखते हुए, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि कैसे वे इस बदलते सीनेरियो में अपने निवेशों को सुरक्षित रख सकते हैं।
टाटा स्टील के लिए ब्रोकरेज का टारगेट प्राइस में कटौती, निवेशकों को देखना होगा
जेएम फाइनेंशियल ने टाटा स्टील के लिए निर्धारित किए गए टारगेट प्राइस को 145 रुपये करते हुए एक बड़ा कदम उठाया है, लेकिन इसमें पिछले अनुमान से कमी होने की खबर है। पहले अनुमान में 150 रुपये की दिशा में जाने की उम्मीद थी, लेकिन ब्रोकरेज ने इसे 3 फीसदी से ज्यादा कम कर दिया है।
यह खबर निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि ब्रोकरेज का यह निर्धारित प्राइस उन्हें शेयर के भविष्य के बारे में सूचित करता है। इसके बावजूद, टाटा स्टील के शेयर ने इस साल के शुरुआती दिनों में 142.15 रुपये का 52-सप्ताहीय उच्च दर्ज किया है।
सेंट्रम ब्रोकिंग के मुताबिक, एक और ब्रोकरेज ने भी टाटा स्टील के शेयर के लिए अपना अनुमान कम कर दिया है, जिसके अनुसार शेयर 128 रुपये तक लुढ़क सकता है। निवेशकों को ध्यान देना चाहिए कि ये ब्रोकरेज की कमी की उम्मीद का परिणाम हो सकता है और इसे सावधानीपूर्वक विचारना चाहिए, ताकि वे सही समय पर अपने निवेश निर्णय ले सकें।
यूरोपीय परिचालन की बजाय भारतीय परिचालन के कारण टाटा स्टील में सुधार
ब्रोकरेज कंपनियों के मुताबिक, टाटा स्टील ने यूरोपीय परिचालन में लगातार घाटे के बावजूद भारतीय परिचालन के कारण अपनी स्थिति में सुधार दिखाया है। तिमाही के दौरान, कंपनी का नेट डेब्ट मामूली बढ़ा है, लेकिन उसने FY25E (Financial Year 2024-25) में यूके के घाटे को आधा करने का प्रयास किया है।
टाटा स्टील के भारतीय परिचालन ने कंपनी को अधिक स्थायी और सुदृढ़ बनाये रखने में मदद की है। यहां, अनुमान है कि भारत में बढ़ रहे उद्योग और वित्तीय बाजार की मजबूती के चलते कंपनी को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
तिमाही के दौरान नेट डेब्ट की मामूली बढ़ोतरी के बावजूद, कंपनी का उद्दीपन और यूरोपीय बाजार में की जा रही कठिनाईयों के बावजूद, टाटा स्टील ने अपने कार्यक्षेत्र में सुधार दिखाया है। इसके अलावा, कंपनी ने यूके में घाटे को कम करने का प्रयास किया है, जिससे आने वाले समय में और भी सुधार हो सकता है।
टाटा स्टील ने हाल ही में जारी किए गए दिसंबर तिमाही के नतीजों के माध्यम से एक बड़े बदलाव की खबर सुनाई है। 2023-24 की तीसरी तिमाही में कंपनी ने 522 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 2224 करोड़ रुपये का नेट लॉस था।
इस मेंढ़ताओं के बावजूद, दिसंबर तिमाही में कंपनी ने कुल कमाई को 57,083 करोड़ रुपये तक पहुंचाया, जो पिछली तिमाही की 222% वृद्धि है। इसके साथ ही, कंपनी का EBITDA भी वृद्धि कर 6,263.6 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले तिमाही के 4048 करोड़ के मुकाबले 54% वृद्धि है।
इसमें सबसे महत्वपूर्ण है कि EBITDA मार्जिन में भी वृद्धि हुई है, जो 7.1% से बढ़कर 11.3% पर पहुंच गया है। यह दर्शाता है कि कंपनी ने अपने कारोबारिक प्रक्रियाओं में सुधार किया है और अच्छे नतीजे प्राप्त करने में सफलता हासिल की है।
Disclaimer: A1Factor.Com पोस्ट के माध्यम से लोगों में फाइनेंशियल एजुकेशन प्रोवाइड कराता है। म्यूचुअल फंड और शेयर मार्केट निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। हम सब SEBI से पंजीकृत वित्तीय सलाहकार नहीं हैं। आप अपने पैसे को निवेश करने के लिए स्वतंत्र है। कृपया अपनी समझदारी और सूझ बूझ के साथ ही निवेश करें। निवेश करने से पहले पंजीकृत एक्सपर्ट्स की राय जरूर लें।