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नोटबंदी- भारत 2016 बनाम नाइजीरिया 2023

पश्चिम अफ्रीका का देश नाइजीरिया में वहां की सरकार ने भारत की तरह अब 2023 में नोटबंदी जारी की है,तो जानते है विस्तार से आखिर भारत की तरह इस देश में क्या हुवा है जिसे इनको ये फैसला लेना पड़ा है।
नोटबंदी

भ्रष्टाचार को रोकने के लिए यह कदम

भारत में 8 नवंबर 2016 को भारत सरकार ने नोटबंदी जारी की थी इससे आपको  अनुभव है की उस समय भारत के आम इंसान को कितना परेशानी से गुजरना पड़ था, भ्रष्टाचार को रोकने के लिए यह कदम भारत सरकार ने उठाया था ऐसा ही कदम आप पश्चिम अफ्रीका का देश नाइजीरिया ने उठाया है वहां की सरकार ने 2023 में नोटबंदी जारी की है।

भारत और नाइजीरिया की समानता

नाइजीरिया एक ऐसा देश है जो भारत से बहुत ही मेल खाने वाला देश है क्योंकि यह लोग और सरकार भारत को ही फॉलो करता है तो आगे आगे हम विस्तार से जानेंगे भारत और नाइजीरिया में क्या समानता है।दोनों देशों का इतिहास कि अगर हम बात करें तो समानता नजर आती है क्योंकि भारत ने अंग्रेजों की 200 साल की से अधिक गुलामी झेली है तो नाइजीरिया देश ने भी 200 से अधिक साल की गुलामी अंग्रेजों की झेली ही है भारत जहां पर 1947 में आजाद हुआ वहां पर नाइजरिया को 1960 में आजाद घोषित किया गया।

नोटबंदी का असर

नाइजीरिया देश में 218 मिलीयन की आबादी है वहीं भारत में 140 करोड़ के पास आबादी है तो दोनों देशों में आबादी क्षेत्र के अनुसार अधिक है ,तो नाइजीरिया देश की बात करें तो यहां पर 500 से अधिक भाषा बोली जाती है और यहां पर 250 जनजाति है तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि किस प्रकार के यहां पर लोग रहते हैं।
अब बात करते हैं नोट बंदी के ऊपर जहां भारत में नोटबंदी के बाद क्या हालत हुए थे लोगों की यह सब जानते हैं लेकिन भारत एक अच्छा टेक्नोलॉजी देश भी उभारकर बनता जा रहा है जिसे कारण भारत में इतनी बड़ी समस्या नहीं आई लेकिन नाइजीरिया देश ऐसा है जहां पर टेक्नोलॉजी की बहुत कमी है और शिक्षा भी वहां पर लोग कम ही लेते हैं जिससे कारण जब सरकार ने ये नोटबंदी  की तो  बहुत ऐसे लोग थे जिनके बैंक अकाउंट ही नहीं है और जिनके हैं वह बैंक में कम ही जाते है तो नोट अपने पास जो पुराने नोट है उससे बदलने के लिए जाए तो बैंक में कैसे जाए अगर पुराना खाता है तो उसे फिरसे शुरू किया जाए तो प्रोसेस के लिए अधिक समय भी लगता है।

बैंक आउट ऑफ कंट्रोल

नाइजीरिया देश में शिक्षा की प्रणाली बहुत कम है जिसे कारण वहां के लोग समझदार नहीं है जिससे कारण छोटे-छोटे बैंक में इतने झगड़े हो रहे हैं कि वहां पर कुछ बैंक वालों ने बैंक भी बंद कर दिए हैं क्योंकि जो वहां के नाइजीरियन लोग हैं वहां पर लंबी कतारें में रहना पसंद नहीं करते इसे बैंक के बाहर लगातार झगड़े हो रहे है। जिसे पैसे निकालने वालों के लोगों से परेशान होकर और जो नए नोट की कमी के कारण भी बैंक कर्मचारी को बैंक छोटे-छोटे बैंक बंद करने लगे हैं।
  नाइजीरिया देश में ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा तो वहां पर दी गई है लेकिन आज ऐसा है कि जहां पर ऐसे लोग हैं जहां पर कुछ लोग अधिक अमीर है लेकिन कुछ ऐसे लोग हैं जिनको 1 दिन में खाना भी नहीं मिलता तो आप सोच सकते हैं कि एक के पास बहुत अधिक पैसा है और एक के पास ना के बराबर पैसा है।

भारतीय लोगों की नाइजीरिया के बारे में राय

भारतीय लोग कुल 50 हजार नाइजीरिया देश में काम के सिलसिले में रहते हैं तो वहां पर जो भारतीय लोग हैं उनका एक अनुभव शेअर करते हुए एक आदमी ने कहा कि  इस देश में बाकी देशों से आए लोगों को रहना इतना आसान नहीं होता क्योंकि यहां पर अगर आपको कुछ समस्या हो तो आप अगर तरह सरकार के पास से या पुलिस के साथ वहां पर कुछ शिकायत लेकर जाते हैं तो वह बिल्कुल भी नहीं मानते क्योंकि यहां पर लोकल जो लोग हैं उनकी ही ज्यादा लोग सुनते हैं।
 आपको नाइजीरिया देश में रहना है तो वहां पर जो लोकल लोग हैं उनसे दोस्ताना करना होगा तभी आप इस देश में रह सकते नहीं तो आपका इस देश में रहना आसान ही नहीं नामुमकिन है क्योंकि  दिनदहाड़े चोरी यही आम बात है।

भारत को करता है फॉलो

ब्लॉक से माध्यम से मैंने पहले ही कह दिया था कि नाइजीरिया देश भारत को फॉलो करते हैं क्योंकि यहां पर जो लड़की और औरतें हैं वह बॉलीवुड की फिल्में से इंस्पायर होकर ही कपड़े या उनकी केस की जो रचना है कुछ उसी प्रकार होती है और यहां के लड़के भी शाहरुख ,धर्मेंद्र, रितिक रोशन के बड़े-बड़े फैन हैं तो आप समझ सकते हैं अगर जिस देश के अगर आप फिल्में देखते हैं तो कपड़े और रहने का स्टाइल भी उन्हीं की तरह आप फॉलो करने लगते हैं तो इस प्रकार नाइजीरिया देश भारत को फॉलो करते आ रहा है।

नोटबंदी का फायदा या नुकसान

भारत में नोटबंदी के बाद भारत में इसका क्या फायदा हुआ इसके आंकड़े भारत सरकार ने तो जारी नहीं किए लेकिन आने वाले दिनों में नाइजीरिया देश इस नोट बंदी से कितने अपने भ्रष्टाचार को रोकने में कामयाब होगा यह  आनेवाला समय ही बता पाएगा।
भारत में नोटबंदी का मुख्य उद्देश्य ही था कि पाकिस्तान या अन्य देशों से या भारत में कुछ ऐसे लोग हैं जो नोटों की नकली नोट बनाते थे जिससे कारण भारत में भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा था इसे रोकने के लिए ही भारत ने नोटबंदी का फैसला लिया था।

FAQ

सवाल-सबसे पहले नोटबंदी किस देश में हुई थी
जवाब- सबसे पहले  दक्षिण अफ्रीकी देश घाना में हुई थी
सवाल-नाइजीरिया करेंसी
जवाब-नाइजीरिया की करेंसी नायरा है
सवाल-भारत में सबसे पहले नोटबंदी कब हुई थी
जवाब-भारत में 12 जनवरी 1946 को हुई थी
सवाल-भ्रष्टाचार क्या है
जवाब- भ्रष्टाचार का मतलब है भ्रष्ट आचार करने वाले लोग वो आपको काही पर भी पाये जा सकते है ये देश के लिए हित साबित नहीं होते
सवाल-भ्रष्टाचार की जड़ क्या है
जवाब-भ्रष्टाचार की जड़ हमारे समाज में ही लोगो में पायी जाती है आप भ्रष्टाचार को छोटे उदाहरण से समज सकते है आप एक फिल्म देखने के लिए जाते है और आप लंबी कतार से बचने के लिए ब्लाक में टिकिट खरीद रहे हो।
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A self-motivated and hard-working individual, I am currently engaged in the field of digital marketing to pursue my passion of writing and strategising. I have been awarded an MSc in Marketing and Strategy with Distinction by the University of Warwick with a special focus in Mobile Marketing. On the other hand, I have earned my undergraduate degrees in Liberal Education and Business Administration from FLAME University with a specialisation in Marketing and Psychology.

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