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जीएसटी का भारत सरकार को 1.49 लाख करोड़ का तोहफा

भारत सरकार ने दिसंबर महीने में जीएसटी से कुल 1.49 लाख करोड़ रुपये  जमा हो गए है, जो यह पिछले महीने की तुलना में उल्लेखनीय 15% वृद्धि दर्शाता है की भारतीय लोगों ने साल के आखरी महीने में GST ठीक से जमा किया है।कोविड-19 की महामारी से अब तक भारतीय अर्थव्यवस्था कुछ हद तक ठीक नहीं थी पर अब ये खबर भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए खास है, लेकिन इसका श्रेय भी सरकार को ही जाता है जो लोगो से अधिक से अधिक लागू करने मे सरकार सफल हो रही है,और आनेवाले दिनों मे भी GST ऐसी ही वृद्धि नजर आएगी।जीएसटी

तो आज हम GST की जरूरी जानकारी लेंगे,पहले बात करते है gst का फुल फॉर्म क्या है? तो वो है इंग्लिश में good And services tax होता है और हिन्दी मे इसे माल और सेवा कर कहते है , अब ये gst क्या है तो इसका आसान जवाब है की जो लोगो को किसी भी वस्तु के ख़रीदारी और विक्री दोनों देना पड़ता है कर इसे कहते है GST।

भारतीय लोगों की सोच

भारतीय लोक सामान बेचते समय या खरीदते समय पक्के बिल की मांग करें तो आने वाले दिनों में भारत सरकार का जो खजीना है वह gst पैसे से भर जायेगा और भारत के ऊपर जो बाहरी देशों से बैंकों से कर्ज वह भी कम हो जाएगा

GST कब लागू हुआ

अब जानते है की gst कब लागू हुआ तो ये 1 जुलाई 2017 से भारत के अर्थमंत्री अरुण जेटली ने लागू किया था,अब जानते है की gst कितने प्रकार की होती है तो ये होती है [1] सीजीएसटी[CGST] जो केंद के हिस्से की gst होती है दूसरी होती  है एसजीएसटी[SGST] जो भारत में सभी राज्य के हिस्से मे होती है और तीसरी होती है यूजीएसटी [UGST] जो केंद शासित प्रदेश के हिस्से में आती है अब आखरी है आईजीएसटी[ IGST] जो केंद्र शासित प्रदेश और दोनों राज्य के केई हिस्से बनाकर जो कर वसूल करेगा.

gst कैसे लागू होता है 

भारत में जीएसटी कैसा लगता है यह आसान एक उदाहरण के माध्यम से मैं बताने की कोशिश करूंगा समझ लीजिए दीपक नाम का एक इंसान है और उसकी एक शहर में दुकान है तो वह दुकान शर्ट की दुकान है और वह माल है हो एक कंपनी के तरफ से ₹100 में एक शर्ट खरीद लेता है तो समझ लीजिए ₹100 का शर्ट है तो उसके ऊपर ₹10 जीएसटी मतलब वह शर्ट दीपक को अपने दुकान में लाने के लिए ₹110 लगेंगे,अब दीपक ने वो शर्ट दुकान में बेचने के लिए रख दिया, तो एक दिन एक दूसरा इंसान उसे खरीदने के लिए आया तो उस शर्ट को दूसरे आदमी को वह दीपक ने  ₹165 में बेचेगा तो उसके ऊपर भी अलग सा टैक्स लगेगा मतलब जो आदमी खरीदने वाला है वह जीएसटी भरने वाला है मतलब  दीपक दुकानदार ने पहले कंपनी से शर्ट खरीदने के लिए ₹10 का टैक्स दिया था और जिसने उससे शर्ट को खरीदा है उससे भी ₹15 टैक्स और दुकानदार को देना है तो टोटल मिलाकर ₹25 गवर्नमेंट को gst  टैक्स देना है लेकिन अगर वही दुकानदार को ₹25 का रिटर्न फाइल बनाता है तो उस दुकानदार को 15 रुपए का ही टैक्स देना होगा।

भारत में टोटल 1200 चीजें हैं जिनके ऊपर भारत सरकार जीएसटी लगाती है तो पहले शुरू करते हैं अलग-अलग स्लैब से तो पहला आता है।
जीरो टैक्स स्लैब

जीरो टैक्स स्लैब जिसमें अधिकतर किसानों के पास से जो चीजें होती है जैसे सभी अनाज हुआ, दूध,नेचुरल हनी,फ्रेश सभी सब्जी, इनके ऊपर गवर्नमेंट कोई भी gst नहीं लगाती है।

5% का टैक्स स्लैब
5% का टैक्स स्लैब जहां दुकान में मिलनी वाली अधिक तर वस्तु शामिल है जिसमें packing पनीर,शुगर,चाय,खाने का तेल,कोयला,छाता, newspaper,पाउडर मिल्क खरीदने जाते है इनके ऊपर आपको 5% का जीएसटी लगता है।
12% का टैक्स स्लैब
12% का टैक्स स्लैब जहां पर और चीजें थोड़ी महंगी हो जाती है जैसे बटर,घी,मोबाइल,almonds,cashew,packing फ्रूट जूस,coconut, ऐसे चीजों पर गवर्नमेंट 12% का gst लगाती है।
18% का टैक्स स्लैब
18% का टैक्स स्लैब जहां पर अधिकतर महंगी चीजें होती है जैसे हैयर ऑइल,टूथपेस्ट,पास्ता कॉर्न फ़्लकेस,आइसक्रीम,टॉइलेट अँड facial,आइरन अँड स्टील तो यह वस्तु पर  18% का  जीएसटी लागू होता है।
28% का टैक्स स्लैब

सबसे अधिक महंगे वाला टैक्स स्लैब 28% का है जहां पर अधिक से अधिक से महंगी चीजें होती हैं वहां पर कार,सीमेंट,chewing gum,कस्टर्ड पाउडर,पान मसाला,पर्फ्यूम,shampu,मोटरसाइकल तो ये वस्तु शामिल है।

लोगों की गलत राय

भारतीय कुछ लोगों की जीएसटी के बारे में अच्छी राय नहीं है,और वो भारत के सरकार को लूटने वाली मशीन कहते है पर आप जरा सोचिए गवर्नमेंट के पास पैसे कहां से आएगा गवर्नमेंट को भारत के हर एक क्षेत्र के विकास के लिए खर्चा करना पड़ता है जैसे रेलवे, हेल्थ सेंटर,शिक्षा,भारत की सुरक्षा दल के लिए बड़ी रक्कम अदा करनी पड़ती है या कोई मुसीबत आए तो उसके लिए भी अधिक से अधिक खर्च करना पड़ता है तो पैसा आखिरकार भारत सरकार  को देश चलाने के लिए अगर लोगों के चीजों के द्वारा थोड़ा-थोड़ा टैक्स जमा करके लोगों के विकास काम के लिए वही पैसे खर्च करना फायदा तो उसमें बुराई क्या है लेकिन लोगों की गलत सोच जिससे कारण लोग जीएसटी भरते नहीं है अगर आपको देश  का विकास चाहते है तो gst जरूर भरे।

FAQ

[1] जीएसटी कितने प्रकार के होते हैं

जवाब-GST चार प्रकार के होते हैं

[1]सीजीएसटी [CGST]

[2]एसजीएसटी [SGST]

[3] यूजीएसटी [UGST]

[4] आईजीएसटी[ IGST]

[2] जीएसटी क्या है

जवाब- किसी भी वस्तु केआई लेन और देन पर लगने वाला कर को GST कहते है।

[3] जीएसटी कब लागू हुआ

जवाब-भारत मेँ 1 जुलाई 2017 को भारत के अर्थमंत्री अरुण जेटली ने लागू किया था।

निष्कर्ष-पूर्ण रूप gst  का उपयोग भारत को विकसित देशों की सूची लाकर खड़ा कर सकता है

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A self-motivated and hard-working individual, I am currently engaged in the field of digital marketing to pursue my passion of writing and strategising. I have been awarded an MSc in Marketing and Strategy with Distinction by the University of Warwick with a special focus in Mobile Marketing. On the other hand, I have earned my undergraduate degrees in Liberal Education and Business Administration from FLAME University with a specialisation in Marketing and Psychology.

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