Film Industry me career kaise banaye- ऐसे मिलता है फिल्म इंडस्ट्री में काम
वर्त्तमान समय में युवाओं में फिल्मों के प्रति आकर्षण बहुत ही ज्यादा है। अधिकांश लोग Film industry में काम करने का सपना देखते हैं। जिस कारण इस इंडस्ट्री में बहुत अधिक कम्पटीशंन है। एक समय था, जब दादा साहब फाल्के ने भारत की पहली फिल्म राजा हरिश्चन्द्र बनाई थी। तब दादा साहब फाल्के ने सालुंके नाम के रसोइए को 15 रुपए देकर फिल्म में काम करवाया था। उस समय लोग फिल्मों में काम करना पसंद नहीं करते थे। फिल्मों में काम करना घटिया किस्म का कार्य समझा जाता था, लेकिन आज ऐसा नहीं है। आज के दौर में Film making को बहुत ही सम्मान के साथ देखा जाता है, साथ ही फिल्म में काम करना एक गर्व की बात है। मनोरंजन की इस आकर्षक दुनिया में सोहरत के साथ दौलत भी है।
आज के समय में फिल्मे मनोरंजन का सबसे बड़ा और सबसे अच्छा साधन हैं। ।बहुत ही बड़े- बड़े बजट की फिल्में बन रही हैं, जिस कारण यंहा पर करियर की सम्भावनाएं भी अधिक है। फिल्मों में काम की कमी नहीं है, बस आपमें टैलेंट होना चाहिए। फिल्म और टीवी सीरियल के अलावा आप विज्ञापन फिल्मों में भी काम कर सकते है। आज के दौर में लगभग हर कंपनी अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग के लिए विज्ञापन फ़िल्में का सहारा लेतीं है। बॉलीवुड के अलावा हमारे देश में भोजपुरी, कन्नड़, तमिल, साउथ सिनेमा भी तेजी से ग्रोथ कर रहा है।
एक्टर के अलावा भी फिल्मों में बहुत से क्रू मेंबर्स कार्य करते है, जैसे डायरेक्टर, प्रोडक्शन मेनेजर, कैमरामैन, मेकअप आर्टिस्ट, सेट डिज़ाइनर जिनका फिल्म निर्माण में काफी योगदान रहता है। डिपार्टमेंट के अनुसार सभी के कार्य निश्चित होते है।
अगर आप मनोरंजन की इस दुनिया में अपना करियर तलाश रहे हैं, तो सबसे पहले ये निश्चित करें, कि आप फिल्मों में कौन सा कार्य करना चाहते है। उसी के अनुसार कोर्स करें जैसे अगर आप एक्टर बनना चाहते है, तो एक्टिंग का कोर्स करें या आप डायरेक्टर बनना चाहते है, तो डायरेक्शन का कोर्स करें । फिल्म मेकिंग से सम्बंधित बहुत से कोर्स होते है। आप अपनी इच्छा के अनुसार कोई सा भी कोर्स कर सकते हैं। फिल्म निर्माण से सम्बंधित कोर्स करने से आपको ये फायदा होगा कि आप फिल्म मेकिंग की बारीकियों से परिचित हो जायेंगे।
कोर्स करने के बाद आप किसी अच्छे प्रोडक्शन हाउस में इंटर्नशिप कर लें। जिससे आपको डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, एक्टर के साथ कार्य करने का मौका मिलेगा यंहा पर आप फिल्म मेकिंग का बास्तविक ज्ञान हासिल कर पाएंगे, साथ ही फिल्म इंडस्ट्री के लोगों से परिचय भी बढ़ेगा। जिनकी मदद से आपको फिल्म में काम पाना आसान हो सकता है। अगर इंटर्नशिप के दौरान आप का परफॉर्मेन्स अच्छा होगा, तो आपको उसी प्रोडक्शन हाउस में भी जॉब मिलने के चांस भी बढ़ जाते हैं।
कैसे मिलेगा एडमिशन
अगर आप फिल्म मेकिंग के कोर्स करना चाहते है, तो आप कम से कम 10+2 पास हों। अगर आप पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स करना चाहते हैं, तो आपका ग्रेजुएट होना जरुरी है। कुछ इंस्टिट्यूट, कॉलेज में एडमिशन मेरिट के आधार पर मिल जाता है, वंही कुछ अच्छे इंस्टिट्यूट में एडमिशन पाने के लिए एंट्रेंस एग्जाम होता है।
पुणे में फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया और दिल्ली में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा भारत के बेस्ट इंस्टिट्यूट है। इन इंस्टिट्यूट में एडमिशन पाने के लिए आपको काफी मेहनत करनी पड़ेगी।
कोर्स करने के बाद आप फिल्म निर्माण के निम्न विभागों में कार्य कर सकते हैं।
प्रोडक्शन मेनेजर Production manager
प्रोडक्शन असिस्टेंट Production Assistant
प्रोडक्शन कॉर्डिनेटर production cordinator
डायरेक्टर Director
असिस्टेंट डायरेक्टर Assistant Director
आर्ट डायरेक्टर Art Director
कास्टिंग डायरेक्टर Casting Director
कास्टिंग असिस्टेंट Casting Assistant
स्क्रीन प्ले राइटर Screenplay writer
आर्ट डायरेक्टर Art director
असिस्टेंट आर्ट डायरेक्टर Assistent art director
प्रोडक्शन डिज़ाइनर production designer
सेट डिज़ाइनर set designer
मेकअप आर्टिस्ट Makeup artist
हेयर स्टाइलिस्ट Hair stylist
लोकेशन मेनेजर location managet
सिनेमेटाग्राफोर ( डायरेक्टर ऑफ़ फोटोग्राफी),DOP
कैमरा असिस्टेंट Camera assistant
बूम ओपरेटर Boom operator
कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर Castume designer
साउंड इंजीनियर Sound enginoor
वॉइस ओवर आर्टिस्ट Voice over artist
स्टंट कॉर्डिनेटर stant cordinator
फिल्म एडिटर Film Editor
म्यूजिक डायरेक्टर Mugic Director
कोरियोग्राफर Coriogarphher
सिंगर Singer
एक्टर
Film making course
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन एक्टिंग
डिप्लोमा इन एक्टिंग
सर्टिफिकेट कोर्स इन एक्टिंग
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन डायरेक्शन एंड स्क्रिप्ट राइटिंग
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन डायरेक्शन
डिप्लोमा इन डायरेक्शन
सर्टिफिकेट कोर्स इन डायरेक्शन
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन सिनेमेटोग्राफी
डिप्लोमा इन सिनेमेटोग्राफी
सर्टिफिकेट कोर्स इन सिनेमेटोग्राफी
डिप्लोमा इन कैमरा एंड लाइटिंग
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन साउंड रिकॉर्डिंग एंड इंजीनियरिंग
डिप्लोमा इन साउंड रिकॉर्डिंग एंड इंजीनियरिंग
सर्टिफिकेट कोर्स इन साउंड रिकॉर्डिंग एंड इंजीनियरिंग
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन वीडियो एडिटिंग
डिप्लोमा इन एडिटिंग
सर्टिफिकेट कोर्स इन एडिटिंग
Msc. इन सिनेमा
Bsc. इन सिनेमा
MA इन परफॉर्मिंग आर्ट्स
BA इन परफॉर्मिंग आर्ट्स
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन वीडियो प्रोडक्शन
डिप्लोमा इन वीडियो प्रोडक्शन
Film making department
प्रोडक्शन डिपार्टमेंट
डायरेक्शन डिपार्टमेंट
कास्टिंग डिपार्टमेंट
स्क्रिप्ट डिपार्टमेंट
लोकेशन डिपार्टमेंट
कैमरा डिपार्टमेंट
साउंड डिपार्टमेंट
आर्ट डिपार्टमेंट
मेकअप डिपार्टमेंट
पोस्ट प्रोडक्शन डिपार्टमेंट
फिल्म और टीवी सीरियल में 3 स्टेप्स में काम होता है।
1- प्री प्रोडक्शन (Production)
2- प्रोडक्शन (Pre production)
3- पोस्ट प्रोडक्शन (post production)
प्री प्रोडक्शन (Pre production)
प्री प्रोडक्शन में फिल्म बनाने से पहले उसकी योजना बनाई जाती है जैसे फिल्म का बजट, फिल्म स्क्रिप्ट लिखना, एक्टर चुनना, क्रू मेंबर्स, लोकेशन आदि फिल्म निर्माण से सम्बंधित सारी तैयारी पहले ही कर ली जाती है।
प्रोडक्शन (Production)
प्रोडक्शन के अंतर्गत फिल्म की शूटिंग की जाती है।
पोस्ट प्रोडक्शन (Post production)
फिल्म की शूटिंग या रिकॉर्डिंग होने के बाद आगे की प्रक्रिया पोस्ट प्रोडक्शन होती है। जिसके अंतर्गत फिल्म की एडिटिंग और मिक्सिंग होती है। जिसमें फिल्म से अनचाहे दृश्य हटाये जाते है और आवश्यक दृश्य जोड़े जाते हैं। रिकॉर्ड किये गए फुटेज या वीडियो क्लिप को स्क्रिप्ट के आधार पर एक सीक्वेंस में रखा जाता है। पोस्ट प्रोडक्शन में ही वीडियो में विजुअल इफ़ेक्ट और साउंड इफ़ेक्ट लगाये जाते हैं, साथ ही वॉइस ओवर भी पोस्ट प्रोडक्शन का ही अंग है।
कंहा से करें कोर्स
फिल्म एंड टेलीविज़न इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया,पुणे(FTII)
नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, दिल्ली (NSD)
एशियन ऐकेडमी ऑफ़ फिल्म एंड टेलीविज़न, नोएडा
माखन लाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी, भोपाल
व्हिस्टलिंग वुड्स इंटेरनेशनल, मुम्बई
श्यामक डावर स्कूल ऑफ परफार्मिंग आर्ट्स, दिल्ली