Genetic Engineer kaise bane। Career in Genetic Engineering hindi
Career in Genetic Engineering- क्या आप जेनेटिक इंजीनियरिंग में कैरियर बनाना चाहते हैं। क्या आप ये जानकारी चाहते हैं, कि Genetic Engineer Kaise bane, तो इस पोस्ट में हम आपको जेनेटिक इंजीनियरिंग Course and Career के बारे में डिटेल में बताएंगे। ये पोस्ट उन लोगो के लिए बहुत ही ज्यादा यूजफुल है, जो लोग Genetic Engineering के सेक्टर में जाना चाहते हैं। All About Genetic Engineering me career kaise banaye.
Genetic Engineer kaise bane
अगर आप जेनेटिक इंजीनियरिंग में कैरियर बनने का सपना देख रहे हैं, तो आपको Genetic Engineer बनने के लिए इससे संबंधित फील्ड में आपके पास डिग्री होना जरूरी है। Genetic Engineering Course के लिए कम से कम पीसीएम या पीसीबी से 12वीं पास होना जरूरी है। इस सेक्टर में आप बीएससी इन जेनेटिक इंजीनियरिंग, बीटेक इन जेनेटिक इंजीनियरिंग, एमएससी इन जेनेटिक इंजीनियरिंग एंड एमटेक इन जेनेटिक इंजीनियरिंग, आदि कोर्स के माध्यम से Genetic Engineering में कैरियर बना सकते हैं। इसके अलावा बायोटेक्नोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी और बायोकेमिस्ट्री के माध्यम से भी जेनेटिक सेक्टर में कैरियर बनाया जा सकता है। बीटेक या बीई में एडमिशन एंट्रेंस एग्जाम के आधर पर होता है। एमएससी इन Genetic Engineering जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से कर सकते हैं। यहां पर 120 सीटें हैं। जिनमे प्रवेश एंट्रेंस एग्जाम के बाद ही मिलता है।
Career Scope in Genetic Engineering
वर्तमान समय मे जेनेटिक इंजीनियरिंग में भरपूर जॉब के अवसर हैं। इस कोर्स के बाद इंडिया के अलावा आप विदेशों में भी जॉब करने का मौका पा सकते हैं। Genetic Engineering में एग्रीकल्चर सेक्टर में अनेक अवसर हैं। इसका मुख्य कारण ये है कि भारत कृषि प्रधान देश है। इसके अलावा फार्मास्युटिकल्स कंपनी में Genetic Engineer की भारी डिमांड रहती है। इसके साथ ही बायोटेक लेबोरेटरी में रिसर्च, एनिमल हसबैंड्री, डेयरी फार्मिंग, मेडिसिन, एनर्जी और एंवायरनमेंट से संबंधित सेक्टर, टीचिंग सेक्टर आदि सेक्टर में आसानी से कैरियर बनाया जा सकता है। Genetic Engineering में आप सरकारी और प्राइवेट दोनो क्षेत्र में रोजगार के अवसर पा सकते हैं। आज के समय मे कुशल Genetic Engineer की बहुत ज्यादा डिमांड है।
Genetic Engineering kya hai
जेनेटिक इंजीनियरिंग साइंस की आधुनिक ब्रांच है। जिसके अंतर्गत सजीव जीव, जंतुओं के डीएनए कोड में मौजूद जेनेटिक को अत्याधुनिक तकनीक के द्वारा परिवर्तित किया जाता है। Genetic Engineering ने अनेक असम्भव कार्यों को संभव बना दिया है। आजकल तो रोग प्रतिरोधक फसलें, बाढ़ और सूखे क्षेत्रों में होने वाली फसलों को जेनेटिक के द्वारा ही तैयार किया जाता है। इसकी सहायता से पेड़-पौधे और जानवरों में ऐसे गुण विकसित किए जाते हैं, जिसकी मदद से इनके अंदर बीमारियों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता विकसित की जाती है। इस तरह के पेड़-पौधे जीएम यानी जेनेटिकली मॉडिफाइड फूड के तौर पर जाने जाते हैं। जेनेटिक इंजीनियरिंग का इस्तेमाल बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर होता है। वर्तमान में जेनेटिक इंजीनियर की डिमांड इंडिया के साथ-साथ विदेश में भी तेजी से बढ़ रही है। इसलिए आने वाले समय मे Genetic Engineering के फील्ड में और भी ज्यादा जॉब के अवसर होंगे।
Genetic Engineering Course
- Bachelor of Technology (B.Tech) in Genetic Engineering
- Bachelor of Engineering in Genetic Engineering
- B.Sc in Genetic Engineering
- Master of Technology (M.Tech) in Genetic Engineering
- Master of Engineering in Genetic Engineering
- M.Sc in Genetic Engineering
Specializations in Genetic Engineering
Molecular genetics
Genetic algorithms
Clinical genetics
Behavioral genetics
Classical genetics
Genomics Population, quantitative and ecological genetics
Genetic Engineer की सैलरी
जेनेटिक इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री रखने वाले स्टूडेंट्स को शुरुआती दौर में 10 से 15 हजार रुपये प्रति माह सैलॅरी मिलने लगती है। जोकि अनुभव होने पर लाखों रुपए तक हो सकती है।
Best Institute for Genetic Engineering Course
- आईआईटी, दिल्ली, मद्रास, खड़गपुर, गुवाहाटी
- पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, लुधियाना
- दिल्ली यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
- जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
- राजेंद्र एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, समस्तीपुर
- उस्मानिया यूनिवर्सिटी, हैदराबाद
- ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, नई दिल्ली
- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी