Jio Financial Services शेयर को लेकर बड़ी उपडेट, जानें नया टारगेट प्राइस
Jio Financial Services Share Price Target 2024: मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर मंगलवार को तीसरी तिमाही के नतीजों के बाद 6% से ज्यादा गिर गए हैं। यह शेयर एनएसई पर पिछले बंद 266.75 रुपये के मुकाबले 4.50% से ज्यादा के नुकसान के साथ 254.10 रुपये पर ओपन हुआ।
दिन के कारोबार में, शेयर ने 7% से अधिक की गिरावट के साथ 248.80 रुपये का इंट्राडे लो दर्ज किया, और दोपहर 1 बजे के आसपास इसने 249.30 रुपये पर व्यापार किया। जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर वर्तमान में 5-दिवसीय, 20-दिवसीय, 50-दिवसीय, 100- दिवसीय और 200-दिवसीय मूविंग एवरेज से ऊपर कारोबार कर रहे हैं।
इस गिरावट का मुख्य कारण तीसरी तिमाही के नतीजों का प्रभाव हो सकता है, जो विकसित क्षेत्र में कंपनी की प्रदर्शन क्षमता की चर्चा करने के बाद हुए हैं। निवेशकों को इस विश्लेषण के माध्यम से अद्यतित रहना और बाजार की दिशा में सावधानी बरतना जरूरी है।
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के लिए सकारात्मक सेटअप, खरीद का अवसर 250-240 रुपये के आसपास
चंदन तपारिया, मोतीलाल ओसवाल के वित्त विश्लेषक ने बताया है कि जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर के लिए सेटअप पॉजिटिव है और यह हायर हाईज और हायर लोज पैटर्न बना रहा है। उन्होंने 250-240 रुपये के आसपास किसी भी गिरावट को एक खरीद (BUY) अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए।
तपारिया ने और भी जोर दिया और बताया कि जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर का मान अगले कुछ समय में 270 रुपये तक पहुंच सकता है। उनका विश्लेषण निवेशकों को आगे की दिशा में मार्गदर्शन करने में मदद कर सकता है, और उन्हें यह विश्वास दिला सकता है कि शेयर के मूवमेंट का लाभ उन्हें हो सकता है। इस अनुसंधान से साबित होता है कि जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर में आने वाले समय में निवेशकों के लिए सुखद संभावनाएं हो सकती हैं, और तपारिया की सलाह ने इसमें रुचि बढ़ा सकती है।
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के Q3 नतीजे: नेट प्रॉफिट में 56% की गिरावट,
सोमवार को जारी हुए रिपोर्ट के अनुसार, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ने दिसंबर 2023 को समाप्त तिमाही में कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट में 56% की गिरावट के साथ 294 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया है। इस गिरावट का मुख्य कारण पिछले तिमाही के मुकाबले है।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी ने कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट को 668 करोड़ रुपये में बनाए रखा था। इसके बावजूद, इसका रेवन्यू सितंबर तिमाही के 608 करोड़ रुपये से घटकर 414 करोड़ रुपये हो गया है। दिसंबर को समाप्त नौ महीनों के लिए कंपनी का नेट प्रॉफिट 1,294 करोड़ रुपये है, जिसमें एक चुनौतीपूर्ण समय में भी कंपनी ने दम दिखाया है।
खास बात यह है कि कुल खर्च पिछले तिमाही के 71.43 करोड़ रुपये के मुकाबले क्रमिक रूप से बढ़कर 98.95 करोड़ रुपये हो गया है, जो कंपनी की मजबूती को दर्शाता है। जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का चलता हुआ संपन्नता का सफर निवेशकों के लिए रोजगारपूर्ण साबित हो सकता है।
बीएसई एनालिटिक्स के अनुसार एक महीने में 6% और तीन महीनों में 11% की बढ़ोतरी
बीएसई एनालिटिक्स की जानकारी के अनुसार, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर ने एक महीने में 6% और तीन महीनों में 11% की बढ़ोतरी दर्ज की है। यह तेजी से बढ़ती हुई कंपनी के शेयर का संक्षेप है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड से अलग होकर जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ने विभिन्न वित्तीय सेवाओं में अपना कदम बढ़ाया है। इसमें निवेश और फाइनेंसिंग, इंश्योरेंस ब्रोकिंग, पेमेंट बैंकिंग, और पेमेंट गेटवे सेवाएं शामिल हैं।
शेयर मार्केट में इस तेजी से बढ़ते शेयर का प्रमुख कारण इसकी विविधता और वित्तीय सेवाओं में उत्कृष्टता है। जियो फाइनेंशियल सर्विसेज की सकारात्मक शेयर प्रिस्टोरी ने निवेशकों को एक आशापूर्ण संकेत दिया है और वित्तीय बाजार में इसकी मजबूती को दर्शाया है। निवेशकों को यहां ध्यान देने योग्य है कि वित्तीय बाजार में हमेशा खतरा होता है, और निवेश का निर्णय विश्वसनीय अनुसंधान के साथ लेना चाहिए।
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