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Judge Banne ke liye kya kare

Judge banne ke liye kya kare- आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि जज बनने के लिए क्या करें? किस तरह से आप जज बन सकते हैं। इसके लिए आपको कौन सी पढ़ाई करनी होगी। Judge बनने के।कोर्स की फीस कितनी होती है। कोर्स कंहा से करना चाहिए और इसके लिए बेस्ट कॉलेज कौन से हैं। (How Become Judge in Hindi) इससे रीलेटेड हर जानकारी यंहा पर आपको मिलेगी।

Judge banne ke liye kya kare

जज बनने के लिए सबसे पहले आपको 12वीं या ग्रेजुएशन करना होगा। इसके बाद 12th के बाद आप 5 बर्षीय BA LLB Course करें। अगर आप ग्रेजुयेशन कर चुके हैं तो आप LLB कोर्स जोकीं 3 साल का होता है, उसको कर सकते हैं। इसके बाद विभििन्न तरह के एग्जाम देकर जज बन सकते है।

विभिन्न राज्यों में इसके लिए एग्जाम आयोजित किये जाते हैं। जिनमे सिर्फ लॉ डिग्री धारक और लॉ के अनुभवी वकील इस एग्जाम के लिए आवेदन कर सकते हैं। यदि आप एग्जाम पास कर लेते हैं, तो आपका चयन जज के तौर पर हो जाता है। ये जज बनने का प्रोसेस है। आगे लेख में आपको मालूम चल जाएगा कि जज बनने के लिए कौन सा एग्जाम पास करना होगा?

Judge Banne ke liye Exam

जज बनने के लिए कैंडिडेट को न्यायिक सेवा परीक्षा या पीसीएस (जे) एग्जाम पास करना होता है। जिसको सिविल सेवा न्यायिक परीक्षा कहते हैं। ये लॉ ग्रेजुएट के लिए अधीनस्थ न्यायपालिका के सदस्य बनने के लिए प्रवेश स्तर की परीक्षा होती है। इस प्रतियोगी परीक्षा के आधार पर ही संबंधित उच्च न्यायालयों की देखरेख में राज्य सरकारें न्यायपालिका के सदस्यों की नियुक्ति करती हैं।

Judicial Services Exam Eligibility Criteria

Lower Judiciary Services – न्यायिक सेवा परीक्षा में बैठने के लिए कैंडिडेट के पास एलएलबी डिग्री किसी भी मान्यता प्राप्त ला संस्थान से की होनी चाहिए। इसके साथ ही कैंडिडेट ने अधिवक्ता अधिनियम 1961 के तहत एक वकील के रूप में नामांकित होने के लिए नामांकन या योग्यता प्राप्त की होनी चाहिए। इस एग्जाम के लिए किसी अनुभव की आवश्यकता नहीं होती है और एलएलबी अंतिम वर्ष के उम्मीदवार भी इसमे आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आयु सीमा राज्य के अनुसार बदलती रहती है। आमतौर पर इस एग्जाम के लिए कैंडिडेट की आयु 21 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए।

Seanior Judiciary Services – इसके लिये उम्मीदवारों को कानून में स्नातक तो होना ही चाहिए और साथ ही सात साल का मुकदमेबाजी का अभ्यास भी होंंना चाहिए।

Judicial Services Examination Structure

इस एग्जाम में तीन चरण होते हैं। सबसे पहले प्री एग्जाम होता है। इसके बाद में मेंस एग्जाम होता है और अंत मे इंटरव्यू होता है।

Pre Examination- इसको हिंदी में प्रारंभिक परीक्षा कहा जाता है। जोकीं मुख्य परीक्षा में शामिल होने के लिए एक स्क्रीनिंग के रूप में कार्य करती है। इसमें वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न शामिल होते हैं। प्रारंभिक परीक्षा में प्राप्त अंकों को अंतिम चयन में नहीं गिना जाता है। इसमे योग्यता अंकों का प्रतिशत राज्य के अनुसार अलग-अलग हो सकता है। प्रारंभिक परीक्षा में न्यूनतम अर्हक अंक सामान्य कैंडिडेट के लिए 60 प्रतिशत और आरक्षित श्रेणियों के कैंडिडेट के लिए 55 प्रतिशत होते है।

Mains Examination- इस परीक्षा में तीन से चार पेपर होते हैं। इस एग्जाम में उम्मीदवारों के द्वारा प्राप्त अंकों को अंतिम चयन के लिए गिना जाता है। इसमे सफल कैंडिडेट में से रिक्तियों की संख्या के तीन गुना के बराबर उम्मीदवारों को वाइवा-वॉयस के लिए बुलाया जाता है।

Viva-Voce/Personal Interview- यह चयन का अंतिम चरण होता है जहां पर उम्मीदवारों का मूल्यांकन अन्य कारकों के बीच सामान्य रुचि, व्यक्तित्व और बुद्धिमत्ता के आधार पर किया जाता है।

Judicial Services Examination आयोजित करने वाले राज्य

Arunachal Pradesh

Assam

Bihar

Chhattisgarh

Goa

Delhi

Himachal Pradesh

Haryana

Jammu and Kashmir

Jharkhand

Karnataka

Kerala

Madhya
Pradesh

Maharashtra

Manipur

Mizoram

Nagaland

Odisha

Punjab

Rajasthan

Sikkim

Uttarakhand

Uttar
Pradesh

West Bengal

Judicial Services Examination की तैयारी कैसे करें

इस एग्जाम को पास करने के लिए उम्मीदवारों को एक कार्य योजना तैयार कर लेनी चाहिए और उसी के हिसाब से पूरी लगन से तैयारी करना चाहिए। लॉ विषय के ज्ञान के अलावा, करंट अफेयर्स के बारे में भी जानकारी होना चाहिए। सबसे पहले तो उम्मीदवारों को पाठ्यक्रम को समझना चाहिए और फिर इसके बाद अपनी तैयारी शुरू करनी चाहिए। करेंट अफेयर्स की तैयारी के लिए अखबार और मैगजीन चाहिए।

Career Scope of Judicial Services Examination

भारतीय कानूनी व्यवस्था में जज का पद एक तरह से सबसे ज्यादा सम्मानित पद होता है। आपको बता दें कि न्यायिक सेवाओं में करियर के दो स्तर होते हैं। जिसमे पहले तो संबंधित राज्य लोक सेवा आयोग (यूपी, एमपी, राजस्थान आदि) या उच्च न्यायालयों (दिल्ली) द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा के माध्यम से चुने गए नए स्नातकों के लिए निचली न्यायिक सेवा होती है। इसमे दूसरे स्तर पर प्रैक्टिस करने वाले वकीलों के लिए उच्च न्यायिक सेवाएं होती हैं। इसके माध्यम से चयनित आवेदकों को अतिरिक्त जिला न्यायाधीश के रूप में तैनात किया जाता है।

सिविल जज (जूनियर डिवीजन) के रूप में नियुक्त उम्मीदवारों के पास में न्यायिक मजिस्ट्रेट (द्वितीय श्रेणी) की शक्तियाँ होती हैं और वंही मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के रूप में पदोन्नत कैंडिडेट के पास में न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) की शक्तियाँ होती हैं। इसके अलावा अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश के रूप में नियुक्त उम्मीदवारों को उच्च न्यायालय में और एक असाधारण मामले में सर्वोच्च न्यायालय में तैनात किया जाता है।

LLB Course Details in Hindi

जज बनने के लिए सबसे पहली आवश्यक योग्यता ये है कि कैंडिडेट को किसी भी लॉ कॉलेज से BA LLB या LLB किया होना चाहिए। चलिये एलएलबी कोर्स के बारे में थोड़ा जान लेते हैं।

बीए एलएलबी 12वीं के बाद कि जाने वाली अंडरग्रेजुएट डिग्री है, जोकीं 5 साल की होती है और LLB भी एक अंडरग्रेजुएट डिग्री होती है। जिसको ग्रेजयेशन के बाद किया जा सकता है। इसकी अबधि 3 साल होती है।

LLB Course ki Fees hindi me

इसकी फ़ीस अलग- अलग कॉलेज में अलग-अलग होती है। फिलहाल इसकी फीस 5 हजार से लेकर 50 हजार के बीच होती है। गवर्नमेंट कॉलेज में 5 हजार से 20 हजार प्रतिबर्ष के बीच फीस होती है और प्राइवेट संस्थानो में 40 से लेकर 50 हजार या इससे भी ज्यादा हो सकती है।.

LLB Course Me Admission kaise hoga

अगर आप अच्छे लॉ कॉलेज से एलएलबी करना चाहते हैं तब तो आपको एंट्रेंस एग्जाम देना होगा। बाकी काफी निचले स्तर के कॉलेज डायरेक्ट ही एडमिशन दे देते हैं।

Law Entrance Exam

लॉ कॉलेज में एडमिशन के लिए अनेक एंट्रेंस एग्जाम आयोजित किये जाते हैं। जिनमे CLAT प्रमुख है। इसके अलावा LSAT, MHT, LAWCET, AILET और भी एग्जाम पास करके आप अच्छे लॉ कॉलेज से एलएलबी कर सकते हैं।

Best Law College in Hindi

दिल्ली यूनिवर्सिटी

नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी

बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी

यूनिवर्सिटी ऑफ बेंगलुरु

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, अलीगढ़

गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी

इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, दिल्ली

डॉ राममनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, लखनऊ

नलसर यूनिवर्सिटी, हैदराबाद

नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, कोच्चि

नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, गुजरात

क्राइस्ट यूनिवर्सिटी

नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, जोधपुर

ओस्मानिया यूनिवर्सिटी, हैदराबाद

जामिया मिलिया इस्लामिया, न्यू दिल्ली

कलकत्ता यूनिवर्सिटी

बंगलोर यूनिवर्सिटी

लखनऊ यूनिवर्सिटी

उम्मीद है कि Judge banne ke liye kya kare ये पोस्ट आपको पसन्द आयी होगी। क्योंकि इस पोस्ट में मैंने Judge kaise bane और LLB Course details in Hindi इसके बारे में डिटेल में बताया है, जोकीं आपके लिए काफी यूजफुल साबित होगा। careermotto.in पर विजिट करने के लिए धन्यवाद। आपका दिन शुभ हो।

careermotto

A self-motivated and hard-working individual, I am currently engaged in the field of digital marketing to pursue my passion of writing and strategising. I have been awarded an MSc in Marketing and Strategy with Distinction by the University of Warwick with a special focus in Mobile Marketing. On the other hand, I have earned my undergraduate degrees in Liberal Education and Business Administration from FLAME University with a specialisation in Marketing and Psychology.

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