Chemical Engineering Me Career Kaise Banaye- All Details
Career in Chemical Engineering- क्या आप केमिकल इंजीनियरिंग में कैरियर बनाना चाहते हैं। क्या आप Chemical Engineer Kaise bane. इसके बारे में जानकारी पाना चाहते हैं। अगर आप केमिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कैरियर बनाने का सपना देख रहे हैं, तो इस पोस्ट में Chemical Engineering में Career कैसे बनायें । इसके बारे में सारी जानकारी देंगे। जैसे, केमिकल इंजीनियरिंग में कैरियर स्कोप क्या है। बेस्ट Chemical Engineering institute कौन से हैं। इस कोर्स की फीस कितनी होती है। इन सभी के बारे में मैंने इस आर्टिकल में सारी जानकारी दी है। All About Career in Chemical Engineering.
Chemical Engineering Me Career Kaise Banaye
केमिकल इंजीनियरिंग कैरियर के लिहाज से बेहतरीन क्षेत्र है। इस सेक्टर में जॉब के अवसरों की कमी नही हैं। Chemical Engineering course के बाद आपको मैन्युफैक्चरिंग, केमिकल, प्रोसेसिंग, प्रिंटिंग, मिल्क व फ़ूड इंडस्ट्री, फर्टिलाइजर, पेस्टिसाइड आदि क्षेत्रों में आसानी से नियुक्ति मिल सकती है। इसके साथ ही केमिकल इंजीनियर एक्सपर्ट को पेट्रोकेमिकल प्लांट्स, पेट्रोलियम रिफाइनिंग प्लांट्स, फार्मास्यूटिकल, मिनरल इंडस्ट्री, सिंथेटिक फाइबर्स, औसधि निर्माण, डाई, पेंट, वार्निश, डेरी एंड प्लास्टिक उद्योग, एवं अनेक तरह के रासायनिक पदार्थो और बस्तुओं के निर्माण में केमिकल इंजीनियर की अहम भूमिका होती है। एक केमिकल इंजीनियर के लिए इन सभी क्षेत्रों में काफी आकर्षक कैरियर की संभावनाये हैं।
केमिकल इंजीनियर का कार्य केवल डिजाइन एवं मेंटेनेंस तक ही सीमित नहीं होता, बल्कि कई परिस्थितियों में उन्हें कॉस्ट कटिंग एवं प्रोडक्शन सरीखे कार्यों को भी अंजाम देना पड़ता है। एक तरह से देखा जाए तो यह क्षेत्र हमेशा हुनर की तलाश में रहता है। नए आने वाले लोगों को पहले अनुभवी इंजीनियरों के साथ किसी तत्कालीन उपयोगिता वाले कार्य या परियोजना पर काम करने का मौका दिया जाता है।
केमिकल इंजीनियरिंग में गवर्नमेंट और प्राइवेट दोनो सेक्टर में कैरियर के ऑप्शन हैं। केमिकल इंजीनियर को प्रयोगशाला जैसे सरकारी प्रयोगशाला, उद्योग शोध संघ, निजी परामर्श केंद्र, विश्वविद्यालय शोध दल में भी तरह-तरह के कार्य एवं अनुसंधान करने पड़ते हैं। इसके अतिरिक्त वे अन्य कई मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज में विश्लेषण, निर्माण संबंधी कार्य देखते हैं। इस प्रकार केमिकल इंजीनियर में जॉब के अवसरों की कमी नही हैं।
केमिकल पदार्थों की बढ़ती मात्रा एवं भागीदारी के चलते इसमें रोजगार की संभावना तेजी से बढ़ रही है। इसमें कार्य करने वाले प्रोफेशनल्स ‘केमिकल इंजीनियर’ व यह पूरी प्रक्रिया ‘केमिकल इंजीनियरिंग’ कहलाती है।
केमिकल इंजीनियरिंग को इंजीनियरिंग की एक शाखा के रूप में जाना-समझा जाता है, जिसके अंतर्गत कच्चे पदार्थों एवं केमिकल्स को किसी प्रयोग की चीज में बदला जाता है, जबकि मॉडर्न केमिकल इंजीनियरिंग कच्चे पदार्थों को बदलने के साथ-साथ तकनीक (नैनोटेक्नोलॉजी और बायोमेडिकल इंजीनियरिंग) पर भी बल देती है। इस विधा के अंतर्गत रासायनिक उत्पादों के निर्माण में आने वाली समस्याओं का हल ढूंढा जाता है। इसके अलावा उत्पादन प्रक्रिया में होने वाले डिजाइन प्रोसेस का कार्य डिजाइन इंजीनियर देखते हैं। अत: इसमें एक ही साथ कई अलग-अलग क्षेत्रों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि यह पाठ्यक्रम केमिस्ट्री व इंजीनियरिंग का मिला-जुला रूप है। इसमें कच्चे पदार्थों या केमिकल्स को विभिन्न प्रक्रियाओं के तहत आवश्यक पदार्थों में तब्दील किया जाता है। इसमें नए मेटेरियल एवं तकनीकों की खोज भी की जाती है।
Career Option in Chemical Engineering
केमिकल इंजीनियर
प्रोजेक्ट मैनेजर
सुपरवाइजर या मैनेजर
केमिकल डेवलपमेंट इंजीनियर
क्वालिटी कंट्रोलर
लेबोरेट्री असिस्टेंट
Chemical Engineering Course
वर्तमान समय मे केमिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा से लेकर बैचलर, मास्टर, पीएचडी तक उपलब्ध हैं।
डिप्लोमा इन केमिकल इंजीनियरिंग
बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग इन केमिकल इंजीनियरिंग
बैचलर ऑफ साइंस इन केमिकल इंजीनियिरग
बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी इन केमिकल इंजीनियरिंग मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग इन केमिकल इंजीनियरिंग
मास्टर ऑफ साइंस इन केमिकल इंजीनियिरग
मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी इन केमिकल इंजीनियरिंग
इंट्रिग्रेटेड एमटेक इन केमिकल इंजीनियरिंग
Qualification For Chemical Engineering Course
केमिकल इंजीनियरिंग में बैचलर डिग्री जैसे बीटेक या डिप्लोमा कोर्स के लिए पीसीएम से 12वीं पास होना जरूरी है। हालांकि पॉलीटेक्निक के माध्यम से 10 वीं के बाद भी केमिकल इंजीनियरिंग में डिग्री या डिप्लोमा किया जा सकता है। बीटेक कोर्स की अवधि 4 साल और डिप्लोमा की अवधि 3 साल होती है। इसमे एडमिशन प्रवेश परीक्षा के माध्यम से मिलता है। लेकिन आजकल अनेक प्राइवेट कॉलेज हो गए हैं, जोकि डायरेक्ट ही एडमिशन दे देते हैं।
केमिकल इंजीनियरिंग में प्रवेश लेने के लिए आईआईटी जेईई या अन्य प्रवेश परीक्षाओं में बैठना अनिवार्य है। इसमें कुछ परीक्षा ऑल इंडिया अथवा कुछ स्टेट लेवल पर आयोजित की जाती हैं। इनमें उत्तीर्ण होने के पश्चात ही प्रमुख कोर्सों में प्रवेश मिल पाता है। इसमें मुख्यत: बीई या बीटेक में मुख्य रूप से इंडस्ट्रियल केमिस्ट्री, पॉलीमर टेक्नोलॉजी, पॉलीमर प्रोसेसिंग, पॉलीमर टेस्टिंग, पॉलीमर सिंथेसिस तथा एम ई स्तर के पाठ्यक्रम में मुख्य रूप से प्लांट डिजाइन, पेट्रोलियम रिफाइन, फर्टिलाइजर टेक्नोलॉजी, पेट्रोकेमिकल्स, सिंथेटिक फाइबर्स, प्रोसेसिंग ऑफ फूड एंड एग्रीकल्चरल प्रोडक्ट्स आदि के बारे में बताया जाता है।
Chemical Engineering का पाठय़क्रम केमिकल टेक्नोलॉजी से भिन्न होता है। इसमें आर्गेनिक व इनआर्गेनिक केमिकल्स को शामिल किया जाता है। इसके अंतर्गत बड़ी कंपनियों में डिजाइन एवं मैन्युफैक्चरिंग से संबंधित कार्य किए जाते हैं। रेगुलर कोर्सेज के अलावा दूरस्थ शिक्षा के जरिए भी कई तरह के कोर्स संचालित किए जाते हैं। एक केमिकल इंजीनियर का कार्य केमिकल प्लांट्स को डिजाइन, ऑपरेट एवं उसके प्रोडक्शन से जुड़े कार्य करना होता है।
Skills for Chemical Engineer
विज्ञान में रुचि एवं सिद्धांतों की जानकारी रखने वाले छात्रों के लिए यह एक विशिष्ट क्षेत्र है। चूंकि यह क्षेत्र अनुसंधान कार्य से जुड़ा है। अत: इसमें करियर बनाने वाले छात्रों को परिश्रमी, धैर्यवान, साहसी व लंबे समय तक अकेले कार्य करने की क्षमता रखनी होगी। साथ ही विश्लेषक, कम्युनिकेशन की दृष्टि से मजबूत, तकनीकी रुचि रखने वाला, कम्यूटर पर अच्छी पकड़ तथा आर्ट की कला में माहिर होना भी आवश्यक है। ऐसे व्यक्ति, जिनमें संख्या आकलन और विश्लेषक की क्षमता के साथ-साथ वैज्ञानिक झुकाव हो तो वे आसानी से इस सेक्टर में कैरियर बना सकते हैं।
सैलेरी
इस सेक्टर में शुरुआती सैलेरी 15 से 20 हजार होती है। जोकि अनुभव होने पर बढ़ती है। 4 से 5 साल का अनुभव होने पर 35 से 40 हजार आसानी से कमा सकते हैं। अगर आप बीटेक के बाद मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करते हैं, तो यंहा पर सैलेरी काफी आकर्षक होती है। जोकि 40 हजार से 1 लाख तक भी हो सकती है।
Best College for Chemical Engineering
इंडियन इंस्टीटय़ूट ऑफ टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली (मुंबई, गुवाहाटी, कानपुर, खड़गपुर, चेन्नई, रुड़की आदि में भी शाखाएं मौजूद)
बिड़ला इंस्टीटय़ूट ऑफ टेक्नोलॉजी (बीआईटीएस), रांची
दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, नई दिल्ली
इंडियन इंस्टीटय़ूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, इलाहाबाद
इंडियन इंस्टीटय़ूट ऑफ टेक्नोलॉजी (बीएचयू), वाराणसी
जाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, अलीगढ़