Engineering

Environmental Engineer kaise bane।Career in Environmental Engineering

Environmental Engineering- क्या आप  एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कैरियर बनाना चाहते हैं। क्या आप Environmental Engineer kaise bane इसके बारे में जानकारी चाहते हैं। अगर आप जानना चाहते हैं कि Environmental Engineering me Career kaise banaye, तो आप बिलकुल सही पोस्ट पढ़ रहे हैं। यंहा पर आपको Environmental Engineering Career and Course के बारे में सारी इन्फॉर्मेशन मिलेगी। जिससे आपको इस सेक्टर की सही तरह से जानकारी हो जाएगी। चलिये अब हम आपको बताते हैं कि Environmental Engineer kaise bane. 

Environmental Engineer Kaise Bane

वर्तमान समय मे पर्यावरण काफी प्रदूषित हो चुका है। भारत ही नही सम्पूर्ण विश्व इसकी चपेट में आ गया है। ऐसे में Environmental Engineering में कैरियर की बेहतरीन संभावनाएं उभर कर आई हैं। अगर आप भी कैरियर की इन संभावनाओं का लाभ उठाना चाहते हैं, तो एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग आपके लिए बेहतर ऑप्शन हो सकता है।

एनवायर्नमेंटल इंजीनियर बनने के लिए कैंडिडेट्स को 12वीं पीसीएम सब्जेक्ट से पास होना जरूरी है। फिर आप Environmental Engineering Course कर इस फील्ड में कैरियर बना सकते हैं। इसके लिए आप डिप्लोमा, डिग्री एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग में हासिल कर सकते हैं। आईआईटी एग्जाम के अलावा अन्य स्टेट लेवल और यूनिवर्सिटी लेवल के एग्जाम देकर Environmental Engineering कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। कुछ प्राइवेट कॉलेज में डायरेक्ट 12वीं के बाद भी एडमिशन मिल जाता है। इस प्रकार आप एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग में कैरियर बना सकते हैं।

Career Scope in Environmental Engineering

एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग का भविष्य काफी उज्वल हैं। इस सेक्टर में बहुत अच्छे कैरियर के अवसर हैं। आने वाले दिनों में एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग की और भी ज्यादा डिमांड होगी। इसका कारण ये है कि दिन- प्रतिदिन हमारा पर्यावरण प्रदूषित होता जा रहा है। जिस पर Environmental Engineering की मदद से इसको सीमित और कंट्रोल करने की जरूरत होती है।

Secrets Tips

लगभग 2 से 3 दशक से वैश्विक स्तर पर पर्यावरण काफी प्रदूषित हुआ है। प्रदूषण की यह रफ्तार रुकने का नाम नही ले रही है। दिन- प्रतिदिन प्रदूषण का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। जिसके काफी भयानक दुष्परिणाम सामने आ रहे हैं। इसकी वजह से हमारी रक्षा करने वाली ओजोन परत नस्ट हो रही है। पर्यावरण प्रदूषण के कारण वायुमंडल में ग्रीन हाउस गैसों की बढ़ोतरी हो रही है। जिसकी वजह से जैव मंडल पर काफी बुरा असर पड़ रहा है। 

इसलिए यूनेस्को ने भी वैश्विक स्तर पर पर्यावरण को कंट्रोल करने के लिए कुछ नियम बनाये हैं। वंही सभी देशों को भी पर्यावरण प्रदूषण को कंट्रोल करने के निर्देश दिए हैं। जिसके लिए सभी देश कार्यरत हैं। ऐसे में Environmental Engineering प्रोफेशनल की डिमांड बढ़ना स्वाभाविक ही है। वैज्ञानिक और रिसर्च इंस्टीट्यूट पर्यावरण में हो रहे प्रदूषण को रोकने और इसके दुष्प्रभावों को खत्म करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।

पर्यावरण के प्रति बढ़ती जागरूकता के कारण पर्यावरण संबंधी शोध कार्यों में तेजी आई है। ऐसे में सरकार और गैर सरकारी संगठनों द्वारा पर्यावरण को बचाने के लिए जिस तरह जोर-शोर से काम किया जा रहा है, इसको देखते हुए यह क्षेत्र युवाओं के लिए नौकरी की असीम संभावनाएं उपलब्ध करा रहा है। चुकी अभी बहुत ही कम लोग Environmental Engineering Course कर रहे है, जिसकी वजह से कुशल पेशेवरों की भारी कमी है।

Career option in Environmental Engineering

एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग के फील्ड में सरकारी और गैर सरकारी दोनो सेक्टर में जॉब के काफी अच्छे चांस हैं। यंहा पर आप कई पदों पर काम का अवसर पा सकते हैं। विभिन्न एनजीओ, कॉलेज और फार्म में एनवायर्नमेंटल एक्सपर्ट की डिमांड रहती है। इसके अलावा  रिफाइनरी, वेस्ट ट्रीटमेंट इंडस्ट्री, फ़ूड प्रोसेसिंग, डिस्टलरी, टेक्सटाइल मिल्स में एनवायर्नमेंटल साइंटिस्ट एंड रिसर्चर आदि में जॉब के अवसर हैं। वंही आप टीचिंग और एनवायर्नमेंटल जॉर्नलिस्ट के तौर पर भी काम कर सकते हैं।

Environmental Engineering Course

डिप्लोमा इन एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग
बीएससी इन एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग
बीई इन एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग
बीटेक इन एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग
एमटेक इन एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग

Qualification For Envirinmental Engineering Course

अगर आप बीएससी इन एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग, बीटेक या डिप्लोमा इन एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग करना चाहते हैं, तो आप पीसीएम से 12वीं पास हों। वंही बीटेक इन एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग के बाद एमटेक कर सकते हैं। एमटेक के बाद तो पीएचडी कर टीचिंग और रिसर्च के फील्ड में कैरियर बना सकते हैं। इस फील्ड में सैलरी काफी आकर्षक होती है। शुरआती दौर में आप 15 से 30 हजार रुपए सैलेरी पा सकते हैं। 4 से 5 साल का अनुभव होने के बाद 60 हजार से लेकर लाखो रुपये मिल सकते हैं।

एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग के अंतर्गत पर्यावरण और प्रदूषण से जुड़े मुद्दों पर कार्य किया जाता है। Environmental Engineer पर्यावरण को संतुलित और पर्यावरण के प्रदूषण की रोकथाम और उसके प्रभाव को कम करने का प्रयाश करते हैं। इस सेक्टर से जुड़े प्रोफेशनल ग्रीन बिल्डिंग, रूफ टॉप गार्डन और सिंचाई, वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट, रिफाइनरियों से निकलने वाली हानिकारक गैसों के उत्सर्जन में कमी लाने की कोशिश करते हैं। इसके अलावा ग्लोबल वार्मिंग, ग्रीन हॉउस गैस, ओजोन परत के क्षरण, अम्लीय वर्षा में कमी आदि के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए नई खोजों में लगे रहते हैं और नई तकनीकों को प्रयोग में लाकर स्वछ पर्यावरण के निर्माण में मदद करते हैं।

Environmental Engineering work Nature

Environmental Engineering में जॉब ऑफर करने वाली वेस्ट कंपनी

The Indure Private Limited
Kalpan Hydro Company
Goodrich Corporation
Dresser-Rand India Pvt Ltd
AECOM
SPML Infra Limited
MACTEC
Sima Labs Pvt Ltd.
Brunel India Pvt Ltd
Privi Organics Limited

Best Environmental Engineering College in India

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कानपुरइंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी खड़गपुरगौतम बुद्ध टेक्निकल यूनिवर्सिटी (यूपी यूनिवर्सिटी ऑफ मैसूरटेक्निकल यूनिवर्सिटी), लखनऊइंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मद्रास, चेन्नईयूनिवर्सिटी ऑफ पुणे, पुणेगुजरात यूनिवर्सिटी, अहमदाबादराजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपालजामिया मिलिया इस्लामिया, दिल्लीदिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, नई दिल्लीगुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली

careermotto

A self-motivated and hard-working individual, I am currently engaged in the field of digital marketing to pursue my passion of writing and strategising. I have been awarded an MSc in Marketing and Strategy with Distinction by the University of Warwick with a special focus in Mobile Marketing. On the other hand, I have earned my undergraduate degrees in Liberal Education and Business Administration from FLAME University with a specialisation in Marketing and Psychology.

Related Articles

Back to top button