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Professor kaise bane

Professor kaise bane. How Become Professor in University and Degree College. यंहा मिलेगी हर जानकारी।

क्या आप यूनिवर्सिटी या डिग्री कॉलेजेस में प्रोफेसर या असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर कैरियर बनाना चाहते हैं? अगर आपका भी सपना टीचिंग के फील्ड में कैरियर बनाने का है तो इस आर्टिकल में हम आपको Professor kaise bane इसके बारे में पूरी जानकारी देंगे। जिससे कि आपको इस फील्ड की सही से जानकारी हो जाएगी कि आप Professor kaise ban sakte hain। अभी आपके दिमाग मे इस फील्ड से रीलेटेड अनेक क्वेश्चन घूम रहे होंगे, लेकिन इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपके सारे सवालों के जबाब मिल जाएंगे। जिससे आप आसानी से प्रोफ़ेसर या असिस्टेंट प्रोफेसर बनने का सपना पूरा कर सकेंगें।

शिक्षा ही एक इंसान को सही मायने में सफल इंसान बनाती है। इसलिए शिक्षा और शिक्षक की मानव समाज मे बहुत ही अहमियत होती है। अच्छी शिक्षा के द्वारा इंसान मनवांछित फल पा सकता है। इसलिए हर माँ- बाप अपने बच्चों को पढ़ाते हैं, कि उनका बच्चा भी पढ़- लिखकर एक सफल इंसान बन सकें। कोई अपने बच्चे को डॉक्टर बनना चाहता है तो कोई इंजीनियर। इसी तरह हर स्टूडेंडस का भी सपना पढ़ लिखकर कुछ बनने का होता है। ताकि वे एक अच्छी जिंदगी जी सकें। लेकिन इस सब के पीछे एक टीचर की बड़ी भूमिका होती है। इसलिए समाज मे टीचर को बहुत ही सम्मानजनक दृष्टि से देखा जाता है।

टीचिंग एक ऐसा फील्ड होता है, जिसमे आप ज्ञान बांट रहे होते हैं। समाज के उत्थान और नेकी का काम करते हैं। मात्र यही एक ऐसा फील्ड है जिसमे कि आपको बेहतरीन सैलरी के साथ मे बेहद सम्मन मिलता है। चलिये Profeessor kaise bane इसके बारे में अब जान लेते हैं।

Professor Kaise bane

प्रोफेसर बनने के लिए उम्मीदवार को किसी भी मास्टर डिग्री यानिकि परास्नातक करने के बाद में नेट एग्जाम देना होता है। यह एक नेशनल लेवल का एंट्रेंस एग्जाम होता है। चूंकि नेट एग्जाम को क्वालीफाई करने के बाद आप असिस्टेंट प्रोफेसर बन सकते हैं, इसलिए यह एग्जाम थोड़ा कठिन होता है।

नेट एग्जाम के अलावा भी अनेक स्टेट लेवल के एग्जाम भी होते हैं, जिनके माध्यम से भी आप प्रोफेसर बन सकते हैं। नेट एग्जाम का फायदा ये है कि आप पूरे इंडिया के किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर के तौर पर जॉब कर सकते हैं, लेकिन स्टेट लेवल के एग्जाम के जरिये आप उसी स्टेट के कॉलेज या यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर बन सकते हैं।

सबसे पहले आप 12th पास करें। इसके बाद अपने पसन्दीदा सब्जेक्ट से ग्रेजुएशन पूरा करें। फिर ग्रेजुएशन के बाद जिस भी बिषय में आपको सबसे ज्यादा रुचि हो, उसमे पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करें। पोस्ट ग्रेजुएशन के अंतिम बर्ष के दौरान या इसके बाद में आप Net Exam के लिए अप्लाई करें। अगर आप नेट एग्जाम पास कर लेते हैं तो आप असिस्टेंट प्रोफेसर से अपने कैरियर की शुरुआत कर सकते हैं।

बहुत से लोग सोंचते हैं कि प्रोफेसर बनने के लिए पीएचडी या एमफिल करना जरूरी होता है तो हम आपको बता दें कि असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए पीएचडी जरूरी नही होती है। अगर आपका सपना प्रोफेसर बनने का है तो आपको पीएचडी जरूर करनी चाहिए। पीएचडी के बाद भी आप डायरेक्ट प्रोफेसर नही बन जाएंगे। पहले आपको 4 से 5 साल तक असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर जॉब करनी होगी। इसके बाद एक्सपीरिएंस होने पर आपका प्रमोशन हो जाता है और आप प्रोफेसर बन जाते हैं।

Professor Qualification in hindi

यूनिवर्सिटीज या डिग्री कॉलेजेस में प्रोफेसर या असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए आपको कुछ निश्चित क्वालिफिकेशन पूरी करनी होती है। जैसेकि जो भी कैंडिडेट प्रोफेसर बनना चाहता है वह कम से कम 55% अंकों से परास्नातक किया हुआ हो। इसके बाद उसको नेट एग्जाम पास करना होता है और साथ ही पीएचडी भी उसने की हो। प्रोफेसर बनने के लिए ये जरूरी योग्यता होती है। कोई भी डायरेक्ट प्रोफेसर या असिस्टेंट प्रोफेसर नही बन सकता है। क्योंकि प्रोफेसर अपने सब्जेक्ट का एक स्पेशलिस्ट होता है। इसलिए उसको निर्धारित मापदंड जरूर पूरे करने होते हैं।

अक्सर पूंछे जाने वाले प्रश्न-:

बिना पीएचडी किये क्या मैं प्रोफेसर बन सकता हूँ।

बिना पीएचडी किये आप असिस्टेंट प्रोफेसर तो बन सकते हैं, लेकिन प्रोफेसर नही। अगर आपने नेट एग्जाम क्वालीफाई किया हो तो आप असिस्टेंट प्रोफेसर बन सकते हैं, लेकिन वंहा पर भी पीएचडी के कैंडिडेट को प्राथमिकता दी जाती है। प्रोफेसर बनने के लिए आप नेट एग्जाम के साथ ही पीएचडी भी कर चुके हों और आपको लगभग 5 साल का अनुभव होना भी जरूरी है।

गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज या यूनिवर्सिटीज में Professor kaise bane।

गवर्नमेंट या प्राइवेट दोनो तरह के कॉलेज या यूनिवर्सिटीज में प्रोफेसर बनने का क्राइटेरिया समान ही होता है। लेकिन फिर भी प्राइवेट सेक्टर में ऐसे भी आपको असिस्टेंट प्रोफ़ेसर मिल जाएंगे, जिन्होंने नेट या पीएचडी भी नही किया है। सिर्फ उनके पास मास्टर डिग्री है और पढ़ाने का अनुभव है। बहुत से प्राइवेट इंस्टीट्यूट, डिग्री कॉलेज और यूनिवर्सिटीज बिना नेट क्वालीफाई कैंडिडेट्स को भी अपने यंहा पर असिस्टेंट प्रोफ़ेसर की जॉब दे देते हैं, बस उनको कुछ अनुभव होना चाहिए। प्राइवेट संस्थान ऐसा इसलिए करते हैं कि अगर वे नेट और पीएचडी धारक को ज्यादा सैलरी देनी पड़ती है।

Professor बनने के लिए तैयारी कैसे करें?

अगर आपको प्रोफेसर बनना है तब तो आपको अपने पोस्टग्रेजुएशन के दौरान ही इसकी तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। जिससे कि आपको टाइम भी काफी मिल जाएगा। तैयारी के लिए आप कोचिंग भी जॉइन कर सकते हैं। यूट्यूब और अनएकेडमी पर भी आपको नेट एग्जाम की तैयारी के सम्बंध अच्छी- अच्छी वीडियो मिल जाएंगी और आप मार्किट से भी बुक्स खरीद का तैयारी कर सकते हैं। अपने बिषय पर ज्यादा फोकस करें।

इसमे दो पेपर होते हैं। जिसमे पहला तो जनरल पेपर होता है, ये सिर्फ आपकी मानसिक योग्यता को चेक करने के लिए होता है। बाकी दूसरा पेपर आपके सब्जेक्ट का होता है, जोकीं आपके बिषय के नॉलेज को चेक करने के लिए होता है। इसका सेकेंड पेपर काफी हार्ड होता है, इसलिए तैयारी अच्छे से करें, हल्के में न लें। ऑब्जेक्टिव टाइप के पेपर होते हैं और अब या कंप्यूटर बेस्ड एग्जाम हो गया है।

प्रोफेसर बनने के लिए नेट एग्जाम के अलावा और कौन से एग्जाम होते हैं?

प्रोफेसर बनने के लिए आप नेट एग्जाम/ CSIR नेट एग्जाम के अलावा SLET एग्जाम दे सकते हैं।

साइंस स्ट्रीम के कैंडिडेट को कौन सा नेट एग्जाम देना होता है?

नेट एग्जाम दो तरह के होते हैं, एक तो हुमिनिटीज जोकीं आर्ट्स और कामर्स स्ट्रीम के स्टूडेंट्स के लिए होता है, इसको नेट एग्जाम कहते हैं। जो नेट एग्जाम साइंस स्ट्रीम के स्टूडेंडस के लिए होता है, उसको CSIR Net कहते हैं।

मास्टर डिग्री के फाइनल ईयर के कैंडिडेट्स क्या नेट एग्जाम दे सकते हैं?

हां जो भी कैंडिडेट्स अपने मास्टर डिग्री के फाइनल ईयर में हैं, तो ऐसे कैंडिडेट्स फाइनल ईयर के दौरान नेट एग्जाम में आवेदन करने के लिए पात्र हैं।

प्रोफेसर की सैलरी कितनी होती है?

असिस्टेंट प्रोफ़ेसर की सैलरी 50 हजार से 70 हजार के बीच होती है और प्रोफेसर की सैलरी इससे भी ज्यादा होती है। जोकीं 1 लाख से सवा लाख प्रतिमाह तक हो सकती है। फिलहाल प्राइवेट संस्थान में सैलरी काफी कम भी दी जाती है।

प्रोफेसर बनने के लिए उम्र कितनी होनी चाहिए?

प्रोफेसर बनने के लिए उम्र सीमा का कोई भी प्रावधान नही है। लेकिन नेट एग्जाम जोकीं असिस्टेंट प्रोफ़ेसर के लिए होता है, उसके लिए उम्र सीमा 21 से 28 बर्ष होती है और आरक्षित वर्ग के कैंडिडेट्स को उम्र सीमा में नियमानुसार छूट भी मिलती है।

उम्मीद है कि आपको हमारी ये पोस्ट Professor kaise bane. How Become Professorn in University and Degree College पसन्द आयी होगी। क्योंकि इस पोस्ट में मैंने आपको प्रोफेसर कैसे बनते हैं, इसके बारे में हर जानकारी दी है। अगर आपके फिर भी कोई सवाल है, तो आप कमेंट के माध्यम से पूँछ सकते हैं।

careermotto

A self-motivated and hard-working individual, I am currently engaged in the field of digital marketing to pursue my passion of writing and strategising. I have been awarded an MSc in Marketing and Strategy with Distinction by the University of Warwick with a special focus in Mobile Marketing. On the other hand, I have earned my undergraduate degrees in Liberal Education and Business Administration from FLAME University with a specialisation in Marketing and Psychology.

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